नीट यूजी 2024 परीक्षा 5 मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। इसमें 14 विदेशी शहर भी थे। इस परीक्षा में 24 लाख से ज्यादा उम्मीदवार शामिल हुए थे। एनटीए ने 4 जून को रिजल्ट और कटऑफ, टॉपर्स के नाम जारी किए। इसके बाद लाखों छात्रों ने एनटीए से दोबारा परीक्षा कराने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट से भी इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की गई। छात्रों ने नंबर्स में संभावित बढ़ोतरी की ओर इशारा करते हुए चिंता जताई कि कैसे 67 उम्मीदवारों ने टॉप रैंक हासिल कर ली। विशेष रूप से, इन टॉप स्कोररों में से 6 हरियाणा के एक ही एग्जाम सेंटर से थे, जिससे परीक्षा प्रक्रिया के बारे में शंका को बढ़ावा मिला।
NDA Cabinets: कैबिनेट सीटों के लिए इन दिग्गजों के नाम पर लगी मुहर! यहां देखें लिस्ट-Indianews
NTA ने दिया जवाब
एनटीए के अनुसार कटऑफ स्कोर हर साल उम्मीदवारों के ओवर आल परफॉर्मेंस के आधार पर तय होता है। योग्य उम्मीदवारों के कट-ऑफ और औसत नंबर (720 में से) हर साल अलग-अलग होते हैं। एनटीए ने बताया कि 2020 में जनरल कैटेगरी के लिए 147 कटऑफ गए थे, 2021 में 138, 2022 में 117, 2023 में 137 और 2024 में यही कटऑफ 164 गया है। आगे ये भी बताया कि सभी एग्जाम सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। एनटीए ने ज्यादा मार्क्स के लिए कई वजह बताई। परीक्षा एजेंसी की तरफ से कहा गया कि एनसीईआरटी की किताबों में किए गए बदलाव और कुछ परीक्षा केंद्रों पर खोए हुए समय की भरपाई के लिए ग्रेस मार्क्स देने के कारण नंबर ज्यादा आए हैं। एनटीए ने कहा कि उम्मीदवारों की संख्या साल 2023 में 20,38,596 से बढ़कर 2024 में 23,33,297 हो गई है। इसी कारण कटऑफ इतने ऊपर चले गए।