India News (इंडिया न्यूज), Sonia Gandhi: कांग्रेस संसदीय दल की बैठक शनिवार (8 जून) को पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में हुई। जिसमें पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को संसदीय दल का अध्यक्ष फिर से चुना गया। जिसकेअंतर्गत सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसद शामिल हैं। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने CPP अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा और नेता गौरव गोगोई और तारिक अनवर ने इसका समर्थन किया। संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित बैठक में सांसदों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया। वहीं पिछली लोकसभा में वे कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख थीं और इस पद पर फिर से निर्वाचित हुई हैं। दरअसल, सोनिया गांधी अब राज्यसभा की सदस्य हैं।
सोनिया गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस संसदीय दल की नेता चुने जाने पर सोनिया गांधी ने पार्टी सांसदों को संबोधित करते हुए, उनसे संसद में “सतर्क, सतर्क और सक्रिय” रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सीपीपी के सदस्यों के रूप में हमारा विशेष दायित्व है कि हम उन्हें और उनकी नई एनडीए सरकार को जवाबदेह ठहराने में सतर्क, सतर्क और सक्रिय रहें। अब संसद को उस तरह से नहीं दबाया जा सकता और न ही दबाया जाना चाहिए। जैसा कि पिछले एक दशक से किया जा रहा है। अब सत्ताधारी प्रतिष्ठान को संसद को बाधित करने, सदस्यों के साथ मनमाने ढंग से दुर्व्यवहार करने या उचित और उचित विचार-विमर्श और बहस के बिना कानून पारित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
राहुल को चुना गया विपक्ष का नेता
इससे पहले कांग्रेस कार्य समिति ने शनिवार को सर्वसम्मति से राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद स्वीकार करने का आग्रह किया। जवाब में उन्होंने पार्टी नेतृत्व से कहा कि वे इस पर बहुत जल्द निर्णय लेंगे। एक अन्य प्रस्ताव में कांग्रेस की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था सीडब्ल्यूसी ने लोकसभा के नतीजों को न केवल राजनीतिक हार बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए व्यक्तिगत और नैतिक हार बताया।