India News (इंडिया न्यूज), Manmohan Singh Death: कांग्रेस से शिवसेना नेता बने संजय निरुपम ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर विवादित पोस्ट कर दिया है। जिसकी वजह से उसे सोशल मीडिया पर काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। फिर विवाद बढ़ता देख उन्होंने यूटर्न ले लिया। दरअसल पूरा मामला ये है कि, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले कांग्रेस पार्टी से एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में शामिल हुए पूर्व सांसद और शिवसेना नेता संजय निरुपम ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए एक पोस्ट में उनके नेतृत्व वाली सरकारों की आलोचना करने के बाद विवादों में घिर गए हैं।
संजय निरुपम के इस पोस्ट से मचा बवाल
संजय निरुपम ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से बात करते हुए कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि, डॉ. मनमोहन सिंह बेदाग थे, लेकिन विडंबना यह है कि जिस सरकार का उन्होंने दस साल तक नेतृत्व किया, उस पर कई दाग थे। वे दाग आज तक नहीं धुल पाए हैं। डॉक्टर साहब को विनम्र श्रद्धांजलि।” संजय निरुपम की यूपीए सरकार की इस आलोचना से सोशल मीडिया यूजर्स आग बबूला हो गए। संजय निरुपम के इस पोस्ट के बाद कई सोशल मीडिया यूजर्स से नाराज हो गए और उन्हें याद दिलाया कि वे उस समय सत्ताधारी पार्टी का हिस्सा थे और विपक्षी दलों द्वारा यूपीए सरकार पर लगाए गए आरोप आज तक साबित नहीं हुए हैं।
सोशल मीडिया यूजर्स ने किया ये कमेंट्स
संजय निरुपम की टिप्पणी के बाद तीखी प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि, “बेशर्मी की भी हद होती है संजय साहब। आप किसी की मौत पर भी राजनीति करने लगते हैं। भाजपा पर खुद कई दाग हैं, जो कांग्रेस की सरकार आने पर उजागर होंगे। जहां तक आपके करियर का सवाल है, वह खत्म हो चुका है, आप ऐसी चापलूसी करके ही जिंदा रह सकते हैं। इस देश की पढ़ी-लिखी पीढ़ी मनमोहन सिंह जी को हमेशा याद रखेगी।” तो वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, “ये पंक्तियां आप पर बिल्कुल फिट बैठती हैं: ‘कदली, सीप, भुजंग मुख, स्वाति एक गुण तीन’ ‘जैसी संगति बैठियो, तैसो ही फल दीन।’ जब दुश्मनी के साथ नफरत भी हो, तो ऐसी भावनाएं उभरना लाजिमी है। एक राष्ट्रीय संत और महान व्यक्तित्व के निधन पर राजनीतिक कटाक्ष न केवल अनुचित है, बल्कि अपमानजनक भी है।”