India News (इंडिया न्यूज़), Bharat Jodo Yatra 2.O (Abhijeet Bhatt): कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा 2.O की शुरुआत गुजरात के पोरबंदर से करेंगे। पोरबंदर से अपनी यह यात्रा शुरू करके कांग्रेस ने एक तीर से दो निशान साधने की रणनीति बनाई है। भारत जोड़ो यात्रा 2.O को 2017 के विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस की नवसर्जन यात्रा की तर्ज पर करने का मन भी बना लिया है। साल 2017 में जब गुजरात विधानसभा के चुनाव थे उस समय राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष थे। इसी दौरान उन्होंने अपनी नवसर्जन यात्रा की शुरुआत गुजरात के द्वारका से की थी।
जिला पंचायतों पर बीजेपी का भगवा झंडा लहराया
बता दें कि कांग्रेस की यह यात्रा उस समय चार चरणों में आयोजित की गई थी जिसके फलस्वरूप कांग्रेस ने गुजरात में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया और 77 सीटें जीती थीं। साथ ही 150 सीटें जीतने का दावा करने वाली बीजेपी को कडी टक्कर देकर उसे 99 पर रोक दिया था। हालांकि, इसके बाद कांग्रेस का पतन शुरू हो गया था। इंडिया न्यूज के संवाददाता, अभिजीत भट्ट के मुताबिक, साल और 2022 के चुनावों में कांग्रेस का गुजरात में सबसे खराब प्रदर्शन देखने को मिला। क्योंकि, 2017 में 77 सीटें जीतने वाली कांग्रेस जब 2022 में 17 सीटों पर पहुंची तो प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व और आलाकमान दोनों हैरान रह गए। यहां तक कि 2020 और 2022 के बीच हुए नगर निगम और स्थानीय स्वराज चुनावों में भी उन अधिकांश तालुका और जिला पंचायतों पर बीजेपी का भगवा झंडा लहराया, जहां पर कांग्रेस सत्ता में थी।
भारत जोड़ो यात्रा 2.O पर चल रहा मंथन
सूरत नगर निगम चुनाव में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा और इसके तहत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का भी तबादला करना पड़ा। संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान 136 दिन बाद दोबारा सदस्यता पाने वाले राहुल गांधी ने कहा कि उनकी ‘भारत जोड़ो’ यात्रा खत्म नहीं हुई है। उनकी यात्रा के दूसरे संस्करण यानी कि भारत जोड़ो यात्रा 2.O पर न केवल कांग्रेस हाईकमान बल्कि प्रदेश कांग्रेस स्तर पर भी मंथन चल रहा है।
बता दें कि यह यात्रा कहां से शुरू की जाए इस पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, भारत जोड़ो यात्रा 2.O को महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर से शुरू करने की तैयारी की जा रही है। क्योंकि, 2022 में एक बार फिर कांग्रेस ने पोरबंदर विधानसभा सीट बीजेपी से छीन ली है। इसके लिए उन्होंने कहा कि पोरबंदर से भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने का गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रस्ताव केंद्रीय टीम को भेज दिया गया है। अहमदाबाद में साबरमती आश्रम दूसरा विकल्प है और सूरत (दांडी) तीसरा विकल्प है।
नवसर्जन गुजरात यात्रा को किया जाएगा शामिल
वहीं दूसरा संस्करण नया होगा, इसमें पदयात्रा के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों से कैसे संवाद किया जाए? उससे कैसे संपर्क करें और उसकी बातें कैसे समझें? इन चीजों पर फोकस किया जाएगा। गुजरात कांग्रेस के एक शीर्ष नेता ने कहा, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा गुजरात में 2017 की नवसर्जन यात्रा के समान हो सकती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी दूसरी भारत जोड़ो यात्रा में ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल करना चाहते हैं। इसके लिए 2017 में गुजरात में काफी हद तक सफल रही नवसर्जन गुजरात यात्रा को शामिल किया जा रहा है। जिसमें राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान पदयात्रा के साथ-साथ रोड शो और कुछ जनसभाओं को भी संबोधित कर सकते हैं। 2017 में राहुल गांधी ने यही पैटर्न गुजरात में भी अपनाया। इसके बहुत अच्छे परिणाम मिले। उनके कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। राहुल गांधी के कई रोड शो और सभाओं में भारी भीड़ उमड़ी।
गांधी जयंती पर कांग्रेस शुरू कर सकती है यात्रा
राहुल गांधी जब गुजरात में नवसर्जन यात्रा पर निकले थे तब वह पार्टी के अध्यक्ष थे। 2017 के चुनाव में पार्टी ने राज्य में 77 सीटें जीतीं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ऐसा करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। यात्रा से राहुल गांधी अधिक लोगों को अपने साथ जोड़कर आगे बढ़ सकेंगे। वरिष्ठ नेता ने कहा कि गांधी जयंती पर यात्रा शुरू करने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। ऐसे में राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर एक शहर से दूसरे शहर तक पैदल चल सकते हैं। शहर के भीतर वे लोगों और विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ बातचीत करने के लिए रोड शो और प्रमुख स्थानों पर जा सकते हैं। ऐसे में अधिक लोगों को यात्रा में शामिल होने का मौका मिलेगा। भारत जोड़ो यात्रा के मार्ग में आने वाले राज्यों से भी सुझाव आमंत्रित किये गये हैं।
2024 लोकसभा चुनाव में होगा यात्रा का फायदा
हालांकि राहुल गांधी और कांग्रेस के कुछ शिर्ष नेताओं का मानना है की पोरबंदर से भारत जोड़ो यात्रा 2.O शुरू करें तो साल 2017 में कांग्रेस का जहां यानि की सौराष्ट्र में काफी अच्छा प्रदर्शन था। वहां साल 2022 में उन्हें करारी हार का सामना करना पडा था। यहां से यात्रा शुरू करने से उस पूरे क्षेत्र में लोगों को फिर एकबार कांग्रेस के साथ जोडने में सफलता मिलेंगी। यात्रा का सीधा असर आने वाले 2024 के लोकसभा चुनावों में भी सीधा फायदा हो सकता है।
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