इंडिया न्यूज़,दिल्ली (Adani): अडानी को लेकर हिंडनबर्ग द्वारा जारी हाल ही एक रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस पार्टी भारतीय जीवन बीमा निगम कार्यालय और भारतीय स्टेट बैंक कार्यालय के सामने सोमवार यानी 6 फरवरी को राष्ट्रव्यापी जिलास्तरीय पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। कांग्रेस पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की, “सरकार प्रधानमंत्री के करीबी दोस्तों को लाभ पहुंचाने के लिए भारत के लोगों की गाढ़ी कमाई को खतरे में नहीं डाल सकती।” इसके अलावा केसी ने कहा कि एलआईसी ने अडानी समूह में 36,474.78 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जबकि भारतीय बैंकों ने समूह में लगभग 80,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वे तब भी ऐसा करना जारी रखते हैं, जब स्टॉक में हेराफेरी, लेखा धोखाधड़ी और अन्य गड़बड़ी के आरोप लगते हैं।

क्या है पूरा मामला?

अमेरिका की शॉर्ट-सेलर कंपनी हिंडनबर्ग ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी किया है, जिसके बाद अडानी दुनिया के टॉप 10 रईस अरबपतियों की लिस्ट से बाहर होकर 15वें पर पहुंच गए हैं। इस रिपोर्ट के आने के बाद 24 जनवरी से ही अडानी की नेटवर्थ में कुल 46.9 अरब डॉलर यानी 38,53,65,80,95,000 रुपये की गिरावट हुइ है। ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के अनुसार रिपोर्ट आने से पहले कुल नेटवर्थ119 अरब डॉलर थी, जो फिलहाल अभी 72.1 अरब डॉलर हो गई है।

Also Read: अब ChatGPT के लिए खर्च करने पड़ेंगे पैसे