India News (इंडिया न्यूज) Gwalior News: बेटी की शादी में चढ़ावे के 35 तोला वजनी जेवरात को ट्रैफिक हवलदार ने अपना बताने की कोशिश किया।साथ ही ज्वेलर्स से सांठगांठ कर गहनों का फर्जी बिल बनवाया लेकिन कोर्ट में हवलदार का झूठ पकड़ा गया। दरअसल कोर्ट में वर पक्ष ने सबूत पेश किए कि गहने तो उन्होंने चढ़ाए थे। हवलदार की कहानी झूठी है। कोर्ट के आदेश पर ग्वालियर पुलिस ने हवलदार और ज्वेलर्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

तीन साल तक पति पत्नी के बीच रहा मनमुटाव

ग्वालियर के मुरार में रहने वाले सुनील किरार का 5 साल पहले ट्रैफिक थाने कंपू में पदस्थ हवलदार प्रदीप सिंह की बेटी से शादी हुई थी। शादी के समय वर पक्ष ने 35 तोला वजन के गहने वधु को पहनाया था। लेकिन तीन साल पति पत्नी के बीच हुए मनमुटाव के बाद पत्नी अपने मायके चली गई। चढ़ावे के गहने भी साथ ले गई और अपने पति सुनील सहित परिवार के लोगों पर दहेज और प्रताड़ना का मामला दर्ज करवा दिया था। मामला कोर्ट में पहुंचा तो ट्रैफिक हवलदार प्रदीप सिंह ने गहनों को अपना बताते हुए टोपी बाजार में स्थित एपी ज्वैर्ल्स से गहने खरीदने का बिल पेश किया। तो वहीं सुनील ने कोर्ट में शादी का वीडियो पेश किया जिसमें वर पक्ष गहने देता नजर आ रहा था और शादी में शामिल दोनों पक्ष के लोग गवाह हैं।

पुलिस ने ज्वैर्ल्स के संचालक और हवलदार के खिलाफ किया मामला दर्ज

तथ्यों के आधार पर कोर्ट ने मुरार पुलिस को हवलदार प्रदीप सिंह और सर्राफा कारोबारी प्रकाशचंद पर केस दर्ज करने के आदेश दिया है। आदेश मिलते ही थाना मुरार पुलिस ने प्रदीप सिंह एपी ज्वैर्ल्स के संचालक प्रकाशचंद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। गौरतलब है कि इस मामले में सुनील ने अपने ससुर और ज्वेलर्स की शिकायत मुरार थाना से लेकर एडीजी तक को की थी, लेकिन कार्यवाही नहीं होने पर सुनील ने कोर्ट में परिवाद दायर किया था।

Read More:  मोरारी बापू पहुंचे महाकाल मंदिर, गर्भगृह में किया पूजन अभिषेक