India News ( इंडिया न्यूज़ ) Diet is good for hearing : बड़े हो या बूढ़े कान की समस्या कभी ना कभी तो होती है। वहीं अब सुनने में कमी की समस्या के मामले अब काफी आने लगे हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार पूरी आबादी के लगभग 6.1 फीसदी लोग सुनने में कमी की समस्या से पीडि़त हैं। यह कान में संक्रमण, तेज शोर, कान की कमजोर नस व उम्र बढऩे के कारण हो सकती है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कान की क्षमता की शक्ति बढ़ाने के लिए कुछ फूड्स।
विटामिन बी 12
इसका नर्वस सिस्टम के सुचारु रूप से काम करने में अहम भूमिका है। इसकी कमी से कान में सीटी की आवाज भी आ सकती है। इसके स्रोत मछली, अंडे, मीट हैं। शाकाहारी लोगों में इसकी कमी होने की आशंका ज्यादा होती है। दूध, दही, पनीर, छाछ आदि में भी मिलता है।
पोटैशियम
यह कान के आंतरिक भाग के द्रव्य को संतुलित रखता है। इस द्रव्य की कमी से सुनने की क्षमता कम हो जाती है। उम्र बढऩे के साथ पोटैशियम का स्तर कम होने की आशंका रहती है। खाने में केला, आलू, तरबूज, खुबानी, संतरा, किशमिश, सोयाबीन की फलियां, राजमा, नारियल पानी लें।
जिंक
यह शरीर की इम्युनिटी बढ़ाता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता क्षीण होने पर कान में संक्रमण से बचाता है। वृद्धावस्था में आने वाली कान में सीटी की आवाज को बढऩे से रोकता है। मसूर की दाल, लहसुन, मशरूम, कद्दू के बीज, दही, फलियां, दलिया खाएं।
फोलेट
यह कान के आंतरिक भाग में रक्त संचार बनाए रखने में सहायक है। नींबू, ब्रोकली, राजमा, सूरजमुखी के बीज, चना, हरी मटर, साबुत अनाज, संतरा, टमाटर, बंदगोभी, शलजम, पालक, दालें, अनार इसके अच्छे स्रोत हैं।
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