COVID-19 : 700 passengers from Britain quarantined
सोमवार दोपहर तक तीन फ्लाइट में आए थे यात्री
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
COVID-19 : गत दिनों भारत से जाने वाले लोगों पर पाबंदियां लागू किए जाने के बाद भारत ने भी कनाडा और ब्रिटेन से आने वाले लोगों पर पाबंदी शुरू कर दी है। इसी के चलते सोमवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ब्रिटेन से पहुंचे 700 लोगों को 10 दिनों के अनिवार्य क्वारंटाइन कर दिया गया है। इससे पहले इन सभी लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट भी किया गया।
COVID-19 : इसलिए हुआ था विवाद
ज्ञात रहे कि पिछले दिनों ब्रिटेन ने भारत के उन लोगों के लिए नियमों में बदलाव करते हुए फरमान जारी किया था जिन्होंने कोविशील्ड की डोज लगवाई थी। ब्रिटेन ने कोविशील्ड वैक्सीन की डोज लगवाने पर भी नागरिकों के लैंड होने पर आपत्ति जताई थी और अलग नियम घोषित कर दिए थे। जिसके तहत भारत से जाने वाले लोगों को वहां अनिवार्य क्वारंटाइन होना पड़ेगा। हालांकि बाद में भारत की तरफ से बनाए गए चौतरफा दबाव के आगे उसे झुकना पड़ा था।
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COVID-19 : भारत सरकार ने भी बदले नियम
ब्रिटेन के व्यवहार से चिंतित भारत सरकार ने पिछले दिनों ही नए नियमों का ऐलान किया था। इसके तहत ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों को 10 दिनों के क्वारंटाइन में रहना होगा। नए नियमों को रविवार रात को 12 बजे के बाद से ही लागू कर दिया गया है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि सोमवार दोपहर तक यूके से तीन फ्लाइट्स आईजीआई एयरपोर्ट पहुंची हैं। इनमें से 700 यात्री उतरे हैं। इनमें भारतीयों के अलावा बड़ी संख्या में ब्रिटिश नागरिक भी हैं। नए नियमों के मुताबिक ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के लिए भारत आते ही आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट पेश करना जरूरी होगा। इसके अलावा एयरपोर्ट पर भी एक बार टेस्ट होगा। यही नहीं 10 दिन का क्वारंटाइन पीरियड पूरा होने के बाद एक बार फिर से आरटीपीसीआर टेस्ट कराना होगा।
COVID-19 : ब्रिटेन में वैक्सीन लेने के बाद भी क्वारंटाइन जरूरी
इससे ब्रिटेन से आने वाले लोगों को टीका लगवाने के बाद भी क्वारंटाइन में रहना होगा। बता दें कि भारत की ओर से ब्रिटेन और कनाडा के लिए ई-वीजा फैसिलिटी को भी खत्म कर दिया गया है। अब ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों को रेगुलर स्टाम्प वीजा लेकर ही आना होगा। भारत से जाने वाले लोगों पर तमाम पाबंदियां लागू किए जाने के बाद भारत ने इन दोनों देशों से आने वाले लोगों के लिए वीजा को लेकर यह फैसला लिया है।