India News (इंडिया न्यूज़), Crude Oil Price:  सऊदी अरब और रूस के कच्चे तेल के प्रोडक्शन घटाने के फैसले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में तेज उछाल देखने को मिला है। दोनों देशों के इस फैसले के बाद भारत में सस्ते पेट्रोल-डीजल का इंतजार कर रहे लोगों के लिए ये बूरी खबर साबित हो सकती है। वहीं इस फैसले के बाद कच्चा तेल नंबर 2022 के बाद पहली बार 90 डॉलर प्रति बैरल के पार जा पहुंचा है।

कच्चे तेल की किमतों में 5  सितंबर को  1.34 फीसदी की उछाल दिखी गई है। जिसके बाद 11 महीने के हाईक करते हुए ये 90.19 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा है। वहीं WTI क्रूड के दामों में 1.66 फीसदी के उछाल देखी गई और इसके दाम 87.16 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचे।

सऊदी अरब और रूस ने लिया फैसला

गौरतलब है कि सऊदी अरब और रूस ने अंतरराष्ट्रीय बाजार को देखते हुए ये फैसला किया है कि दोनों ही देश दिसंबर 2023 तक 1.3 मिलियन बैरल कच्चे तेल के उत्पादन को कम करेंगे।  सऊदी अरब अगले महीने फिर कच्चे तेल के प्रोडक्शन घटाने या बढ़ाने को लेकर फैसला करेगा। इसी तरह रूस भी कच्चे तेल के उत्पादन को घटा रहा है।  रूस ने इस दौरान प्रति दिन 3 लाख बैरल तक कच्चे तेल के निर्यात को कम करने का फैसला किया है।

सरकार के लिए तेल के दाम कम करना चुनौती

बता दें कि सऊदी अरब और रूस के इस फैसले से भारत को इसका बड़ा झटका लगेगा। हाल ही में सरकार ने एलपीजी सिलेंडर की कीमतें घटाई थी और इसके बाद कयास लगाए जाने लगें की चूनाव के मद्देनजर सरकार तेल की किमतों को घटा सकता है। हालांकि रुस और सऊदी अरब के इस फैसले के बाद  सरकार के लिए तेल के दामों को घटना मुश्किल होगा।

 

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