India News (इंडिया न्यूज़), CWC Meeting: आज (17 सिंतबर) को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग हैदराबाद में संपन्न हुई। कांग्रेस ने इस दौरान 14 सूत्रीय प्रस्ताव पास करते हुए भारोसा जताया है कि साल के अंत तक 5 राज्यो में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बहुमत से सरकार लाने जा रही है। बता दें कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में साल के अंत तक चुनाव होने वाले हैं।
वहीं वर्किंग कमेटी के मीटिंग के बार कांग्रेस प्रजिडेंट मल्लिकार्जून खरगे ने लोकतंत्र पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “हम सभी आगे आने वाली चुनौतियों से अवगत हैं। ये चुनौतियां सिर्फ कांग्रेस की नहीं हैं, बल्कि ये भारतीय लोकतंत्र के अस्तित्व और भारतीय संविधान के संरक्षण की चिंता को लेकर हैं।”
केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए खरगे ने कहा कि महाराष्ट्र के मुंबई में इंडिया ब्लॉक के नेताओं की मीटिंग के समय सरकार ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर एक समिति बनाई। उन्होंने कहा”अपने एजेंडे के लिए, उन्होंने सभी परंपराएं तोड़ दीं और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया।”
कांग्रेस प्रजिडेंट ने कहा कि यह सरकार ऐसे कदम उठाने के लिए जानी जाती है जिसका कोई मतलब नहीं होता। कांग्रेस नेता ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कांग्रेस ने ही संविधान की नींव रखी थी और इस प्रकार संविधान की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है और हमें अपनी आखिरी सांस तक लड़ना होगा।
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को हराना और देश में एक वैकल्पिक सरकार बनाने के लिए परिश्रमपूर्वक काम करना होना चाहिए। अगले साल कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में महात्मा गांधी के चुने जाने की शताब्दी भी है और 2024 में बीजेपी को सत्ता से बाहर करना महात्मा गांधी को सबसे उपयुक्त श्रद्धांजलि होगी।”
मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “बीजेपी शासन के तहत पिछले 10 वर्षों में आम लोगों के सामने चुनौतियां कई गुना बढ़ गई हैं। प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) गरीबों, किसानों, मजदूरों, महिलाओं और युवाओं की चिंताओं को संबोधित करने से इनकार करते हैं और इसकी बजाय, वह खुद से परे नहीं देख सकते हैं। ऐसे हालात में हम मूकदर्शक बने नहीं रह सकते। हमें अपने लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होकर इस तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकना होगा। उन्होंने कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में पार्टी की जीत पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि लोग एक विकल्प की तलाश में हैं और दोनों राज्यों के विधानसभा चुनावों में हमारी जीत इसका स्पष्ट प्रमाण है।
कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “हमें व्यक्तिगत हितों को किनारे रखकर अथक परिश्रम करना चाहिए। हमें अपने व्यक्तिगत मतभेदों को किनारे रखकर पार्टी की सफलता को प्राथमिकता देनी चाहिए। हमें आत्म-संयम रखना चाहिए और अपने नेताओं या पार्टी के खिलाफ मीडिया में बयान देने से बचना चाहिए ताकि पार्टी के हित सुरक्षित रहें और कोई नुकसान न हो।”
उन्होंने संगठनात्मक एकता पर जोर देते हुए कहा कि यह सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “केवल एकता और अनुशासन के जरिए ही हम अपने विरोधियों को हरा सकते हैं। यह कर्नाटक में स्पष्ट था, जहां हम एकजुट रहे और सफलता हासिल करने के लिए अनुशासन के साथ संघर्ष किया।”
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