इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (Cyrus Mistry’s Car) : साइरस मिस्त्री की कार इतनी सुरक्षित होने के बावजूद कैसे हुई मौत, इसे लेकर लोग कई तरह के सवाल उठा रहे है। मिस्त्री मर्सिडीज कार काफी सुरक्षित मानी जाती है। इसके कई फीचर हैं, जो हादसे की स्थिति में अंदर बैठे लोगों की सुरक्षा करते हैं। हादसे के बाद सामने आए वीडियो के बाद लोग कई तरह के सवाल पूछ रहे हैं। लोग पूछ रहे कि आखिर इतनी सुरक्षित कार होने के बावजूद इस तरह का हादसा कैसे हो गया? लोग हादसे की जांच की भी मांग कर रहे हैं?
स्थानीय लोगों ने हादसे बाद कार में बैठे सभी लोगों को निकाला बाहर
जिस मर्सिडीज कार से सायरस मिस्त्री और उनके मित्र सफर कर रहे थे, उसका वीडियो और फोटो अब सामने आया है। इसमें स्पष्ट दिख रहा है कि कार के आगे का हिस्सा काफी क्षतिग्रस्त हुआ है, जबकि अंदर कुछ खास नुकसान नहीं हुआ है। कार ड्राइव कर रहीं डॉ. अनाहिता पंडोले और उनके बगल की सीट पर बैठे उनके पति गंभीर रूप घायल हैं, जबकि कार के पीछे बैठे सायरस मिस्त्री और उनके एक अन्य दोस्त की मौत हो गई।
ऐसे में लोग यह प्रश्न कर रहे हैं कि आखिर यह कैसे संभव है कि कार में आगे बैठे लोगों को कुछ नहीं हुआ और पीछे बैठे दोनों लोगों की मौत हो गई? वह भी तब जब अंदर कार को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। यहां तक की मर्सिडीज कार में सात एयरबैग होते हैं।
पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच के बाद बनाई रिपोर्ट
दुर्घटना के बाद पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच के आधार पर रिपोर्ट बनाई है। इसमें पुलिस ने यह दावा किया है कि हादसे के समय आगे बैठे दोनों यात्रियों ने तो सीट बेल्ट पहन रखी थी, लेकिन पीछे बैठे लोगों ने नहीं पहनी थी। ऐसे में जब कार डिवाइडर से टकराई तो पीछे बैठे सायरस मिस्त्री और जहांगीर पंडोले उछलकर सामने आ गए होंगे और एयरबैग खुलने से पहले ही उनके सिर में गंभीर चोटने की वजह से दोनों की मौत हो गई। पुलिस का यह भी कहना है कि हादसे के समय मिस्त्री की कार किसी दूसरे गाड़ी को ओवरटेक कर रही थी और कार की रफ्तार भी तेज थी।
लोग जांच की कर रहे हैं मांग
सोशल मीडिया पर कई तरह के पोस्ट सामने आए हैं। ज्यादातर लोग इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मामले में गंभीरता से जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने पुलिस को हर पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच करने के लिए कहा है।
दुर्घटना का क्या सच है या की गई है साजिश
दुर्घटना क्या सच है या इसके पीछे कोई साजिश है। इसे जानने के लिए जब पत्रकारों ने आॅटोमोबाइल सेक्टर के विशेषज्ञ राजेश पुरोहित से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी तक जो तस्वीरें और वीडियो सामने आई हैं। उससे देखकर यह दुर्घटना ही लग रहा है। आमतौर पर लोग महंगी गाड़ियों को पूरी तरह से सुरक्षित मान लेते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है।
हादसे के दौरान अच्छी गाड़ियां कुछ हद तक अंदर बैठे लोगों को बचा सकती हैं, लेकिन तभी तक जब आप नियमानुसार रहे। इस मामले में भी यहीं हुआ है। आगे बैठे दोनों लोग बेल्ट लगाए हुए थे, लेकिन पीछे बैठे सायरस मिस्त्री और दूसरे दोस्त ने बेल्ट नहीं लगा रखी थी। जिसकी वजह से जब तक एयरबैग खुलता, तब तक दोनों को चोट लग चुकी थी।
पुलिस को मामले की करनी चाहिए जांच
साजिश के प्रश्न पर पुरोहित ने कहा कि इस मामले जांच पुलिस को करनी चाहिए। यह देखना होगा कि किस हालत में कार डिवाइडर से टकराई। हादसे के वक्त कार की रफ्तार क्या थी? अचानक क्या हो गया कि कार डिवाइडर से टकरा गई? हादसे के बाद क्या-क्या हुआ? हादसे के पहले कार की क्या स्थिति थी? इन सवालों के जवाब मिलने के बाद ही सही मायने में इसके बारे में कुछ कहा जा सकता है।
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