गुजरात के मोरबी में रविवार शाम मच्छु नदी में बने केबल ब्रिज के अचानक टूट जाने से एक बड़ा घटना हो गया। लोगों को रोस्क्यू करने का काम जारी है। खबरों के अनुसार हादसे में अब तक मरने वालों की संख्या 140 से अधिक हो गई है. घायलों की संख्या 70 बताई जा रही है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बचे हुए लोगों को नदी से निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. अब भी 50 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं. यह ब्रिज रिनोवेशन के बाद हाल ही में चालू किया गया था।

बता दें गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की. उन्होंने ब्रिज के टूटने के बाद एक समीक्षा बैठक भी की, जिसमें उनकी कैबिनेट के मंत्री, सांसद, विधायक और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारी शामिल थे. इस दौरान स्थिति की समीक्षा की गई. घटना की जांच के लिए एसआईटी की पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया है.

10 नाव, आर्मी की प्लाटून तैनात NDRF की दो टीमें पहुंच गई हैं. इनमें एक गांधीनगर और एक वडोदरा की है. SDRF की तीन प्लाटून राजकोट से पहुंची हैं. SRP की एक प्लाटून जामनगर से आई है. आर्मी की दो प्लाटून हैं. एक सुरेंद्र नगर और एक कच्छ से हैं. राजकोट नगर निगम की 10 नावें और फायर ब्रिगेड की टीमें भी पहुंची हैं. हेल्पलाइन नंबर जारी की गई है.

गुजरात सरकार ने हादसे की जांच के लिए 5 लोगों की SIT का गठन कर दिया है, जिसमें म्युनिसिपल कारपोरेशन के एक IAS अधिकारी, एक क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर और 3 अन्य आधिकारी शामिल रहेंगे. इसके अलावा CID की एक टीम भी इसकी जांच करेगी. हादसे के बाद जिसके परिवार के सदस्य फंसे या लापता हैं. उनकी जानकारी के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय के आपदा नियंत्रण कक्ष ने हेल्पलाइन नंबर 02822 243300 जारी किया है.

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