India News (इंडिया न्यूज), Rahul Gandhi: 13 और 14 दिसंबर, 2024 को सदन में संविधान पर चर्चा हुई। इसको लेकर पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी। इसको लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने संविधान पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार पर निशाना साधा। राहुल ने संविधान के साथ मनु स्मृति को भी साथ लाया और कहा कि आज लड़ाई इन्हीं दोनों के बीच है। इस दौरान उन्होंने वीर सावरकर पर हमला बोला, तपस्या का मतलब बताया, एकलव्य की कहानी सुनाई लेकिन हमेशा की तरह राहुल ने ऐसी बातें कहीं कि सदन में ठहाके लगने लगे तो बीजेपी नेताओं ने उन पर जमकर तंज कसा।

6-7 साल के बच्चे को बताया युवा

राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान द्रोणाचार्य और एकलव्य की कहानी का उदाहरण देकर सरकार पर युवाओं के अंगूठे काटने का आरोप लगाने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने बहुत बड़ी गलती कर दी। दरअसल उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले 6-7 साल के एक युवा ने ऐसा किया था, उन्होंने इसे दोहराया भी लेकिन उनके पीछे बैठे चरणजीत चन्नी, कुमारी शैलजा जैसे सांसद चुपचाप सुनते रहे, तभी सत्ता पक्ष की तरफ से आवाज आई कि 6-7 साल का बच्चा तो बच्चा ही होता है, तब राहुल गांधी ने कहा कि हर बच्चा तो बच्चा ही होता है, राहुल गांधी ने फिर कहा कि जब द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा था, तब सदन में आवाज गूंजी कि द्रोणाचार्य ने अंगूठा नहीं काटा था, इस पर सदन में ठहाके लगे।

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राहुल गांधी ने तपस्या का मतलब समझाया

राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान तपस्या का मतलब भी समझाया। उन्होंने कहा कि, तपस्या का मतलब शरीर में गर्मी पैदा करना, तप का मतलब गर्मी है, तपस्या की नई परिभाषा सुनते ही सदन में सत्ता पक्ष में बैठे लोग हंसने लगे, सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज नया ज्ञान मिला है, 6-7 साल की उम्र और तपस्या का मतलब शरीर में गर्मी पैदा करना, इसी तपस्या की वजह से हमारे ऋषियों ने भारत का मान बढ़ाया है।

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