India News (इंडिया न्यूज), Delhi Air Pollution: दिल्ली में लगातार प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है। दिल्ली सरकार ने बुधवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा इसकी प्रभावशीलता की समीक्षा करने और आदेश जारी करने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में ऑड-ईवन कार राशनिंग योजना लागू की जाएगी।

  • 2016 में सम-विषम प्रणाली के प्रभाव का विश्लेषण
  • प्रदूषण के स्तर में 14-16 प्रतिशत की कमी

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि शहर सरकार सुप्रीम कोर्ट की समीक्षा के लिए योजना की प्रभावशीलता निर्धारित करने के लिए शिकागो विश्वविद्यालय के ऊर्जा नीति संस्थान और दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा किए गए दो प्रमुख अध्ययनों के रीजल्ट को प्रस्तुत करेगी। मंत्री ने कहा, ”ऑड-ईवन योजना को लागू करने का निर्णय सुप्रीम कोर्ट द्वारा इसकी प्रभावशीलता की समीक्षा करने और आदेश जारी करने के बाद ही किया जाएगा।” उन्होंने बताया कि मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।

प्रभाव का विश्लेषण

साथ ही उन्होने बताया कि शिकागो विश्वविद्यालय के ऊर्जा नीति संस्थान और एविडेंस फॉर पॉलिसी डिज़ाइन ने 2016 में सम-विषम प्रणाली के प्रभाव का विश्लेषण किया था। जिसमें पाया गया था कि दिल्ली में जितने घंटों तक यह एक्टिव रहा उतने समय के दौरान प्रदूषण के स्तर में 14-16 प्रतिशत की कमी देखी गई। हालाँकि जब उसके बाद अप्रैल में जब योजना को वापस लाई गई तो प्रदूषण में कोई कमी नहीं आई।

ऐप-आधारित टैक्सियां प्रतिबंधित

गोपाल राय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार दिल्ली में ऐप-आधारित टैक्सियों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति को कनॉट प्लेस स्मॉग टॉवर को पूरी क्षमता से फिर से शुरू करने और राजधानी में प्रदूषण के विभिन्न स्रोतों की पहचान करने के लिए एक अध्ययन फिर से शुरू करने के लिए आईआईटी कानपुर को शेष धनराशि जारी करने के निर्देश जारी किए हैं।

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