India News (इंडिया न्यूज़), (Anil Thakur) Delhi: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली दौरे पर हैं मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री अमितशाह,रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का भी वक्त मांगा है, पीएम मोदी से मुलाकात कर हिमाचल में आई त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग करेंगे साथ ही रिलीफ की किस्त देने का भी आग्रह करेंगे। आपको बता दें कि हिमाचल में अब तक हुई तबाही में 5500 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया गया है लेकिन सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 8000 करोड़ से ज्यादा के नुकसान का अनुमान लगाया है। सूत्रों के मुताबिक सीएम सुक्खू OPS के मुद्दे पर भी पीएम मोदी से बात कर सकते हैं। हिमाचल सरकार के मुताबिक केंद्र के पास NPS के स्टेट शेयर की 8 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि जमा है।

गृहमंत्री से सहायता राशि जारी करने का आग्रह

वीरवार को सीएम ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान हिमाचल में बाढ़ बारिश से हुए नुकसान के आकलन के लिए केंद्रीय टीमों को भेजने पर उनका आभार व्यक्त किया और केंद्रीय समिति की अनुशंसा के मुताबिक राज्य को जल्द से जल्द राशि जारी करने का आग्रह किया। गृहमंत्री से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री को बताया की हिमाचल में हुए नुकसान के बाद बुनियादी ढांचे को पटरी पर लाने के लिए एक से दो साल लग जाएंगे। राहत कार्य और पुनर्वास के लिए सीएम सुक्खू ने 2000 करोड़ की राशि जारी करने की मांग की है।

मुख्यमंत्री ने राजनाथ सिंह से की मुलाकात

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की और स्पिति घाटी के रंगरीक में सामरिक दृष्टि से हवाई पट्टी बनाने का आग्रह किया। सीएम ने कहा कि ये जगह उत्तरी सीमा से करीब 50 किलोमीटर की हवाई दूरी पर है स्पिति घाटी को जोड़ने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग के आलावा दूसरा कोई साधन नहीं है। इसके आलावा मुख्यमंत्री ने रक्षामंत्री से गोला बारूद डिपो पोवारी को स्थानांतरित करने की भी गुजारिश की और बताया कि इसके लिए दो वैकल्पिक स्थानों की पहचान की गई है और राज्य सरकार जमीन उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। सतलुज नदी के किनारे 450 मेगावाट क्षमता की शोंगटोंग कड़छम जल विद्युत परियोजना डिपो के बिल्कुल सामने है और सिल्ट फ्लशिंग टनल का उत्खनन का काम गोला बारूद डिपो की पाबंदियों के चलते आउटलेट पोर्टल की जगह इनलेट पोर्टल से किया जा रहा है इस डिपो को बदलने के लिए सेंटर फॉर फायर एक्सप्लोसिव्स एंड एनवायरमेंट सेफ्टी से भी चर्चा की गई है ताकि प्रदेश सरकार उत्खनन का काम आउटलेट पोर्टल के माध्यम से कर सके।

वित्तमंत्री ने हर संभव मदद का दिया भरोसा

इसके आलावा मुख्यमंत्री ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मुलाकात की और 830 करोड़ की विशेष सहायता राशि केंद्र की तरफ से जारी करने पर उनका आभार व्यक्त किया। सूत्रों के मुताबिक सीएम ने NPS के स्टेट शेयर की राशि जारी करने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने हिमाचल में बाढ़ से हुए नुकसान से भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को अवगत कराया। निर्मला सीतारमण ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

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