इंडिया न्यूज़, (Delhi Excise Policy Case) : प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी से दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के आरोपी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया। दिल्ली के जोर बाग स्थित शराब वितरक इंडोस्पिरिट ग्रुप के प्रबंध निदेशक महेंद्रू को आज सुबह ईडी अधिकारियों द्वारा की गई छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया।

मामले में ये लोग शामिल

आरोपी लोक सेवकों में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्णा, उपायुक्त आनंद तिवारी और सहायक आयुक्त पंकज भटनागर शामिल हैं। अन्य आरोपी पर्नोड रिकार्ड के पूर्व कर्मचारी मनोज राय हैं, ब्रिंडको सेल्स के निदेशक अमनदीप ढल, बडी रिटेल के निदेशक अमित अरोड़ा और दिनेश अरोड़ा, महादेव शराब के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता सनी मारवाह, अरुण रामचंद्र पिल्लई और अर्जुन पांडे शामिल है।

144.36 करोड़ रुपये का नुकसान

ईडी और सीबीआई ने आरोप लगाया है कि आबकारी नीति को संशोधित करते समय अनियमितताएं की गईं, लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ दिया गया लाइसेंस शुल्क माफ या कम किया गया और एल -1 लाइसेंस को सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना बढ़ा दिया गया।

लाभार्थियों ने “अवैध” लाभ को आरोपी अधिकारियों को दिया और पता लगाने से बचने के लिए अपने खाते की पुस्तकों में झूठी प्रविष्टियां कीं। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की सिफारिश के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक संदर्भ पर प्राथमिकी में कहा गया है कि इससे कथित तौर पर सरकारी खजाने को 144.36 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

ये भी पढ़ें : पिछले 24 घंटे में आए कोरोना के 5,383 नए मामले

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !

Connect With Us : Twitter | Facebook | Youtube