India News (इंडिया न्यूज़), Delhi Ordinance: दिल्ली ऑर्डिनेंस के लोकसभा में पारित होने के बाद सरकार इसे सोमवार को राज्यसभा में पारित करने की तैयार में है। राज्यसभा में अगर NDA और विपक्षी गठबंधन के संसदों की तुलना की जाए तोे राज्यसभा में भी NDA और इस मुद्दे सहयोगी दल का विपक्षी गठबंधन से पर भारी पड़ सकता है। वहीं सोमवार को सभी दलों ने अपने संसदों को राज्यसभा में उपस्थित रहने को कहा है।
इसी क्रम में आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने सभी राज्यसभा सांसदों को 7 और 8 अगस्त को सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी की है। वहीं कांग्रेस ने भी अपने सभी संसदों से सोमवार को राज्यसभा में उपस्थित रहने के लिए कहा है।
राज्यसभा में किसका पाला भारी
जानकारी के अनुसार बीजेपी के सहयोगी दलों के गठबंधन एनडीए के राज्यसभा में 100 सांसद है। बीजेडी और YSR कांग्रेस के समर्थन करने से केंद्र सरकार के पास 118 राज्यसभा सदस्यों का समर्थन हो गया। वहीं ये भी राज्यसभा में नामित 5 सदस्य भी सरकार का साथ दे सकते हैं। 3 निर्दलीय सांसद भी हैं। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में शामिल 26 दलों में से 18 पार्टियों के राज्यसभा में सांसद है। इनके राज्यसभा में कुल 101 सदस्य हैं। बीआरएस के 7 सांसदों के समर्थन करने से विपक्षी दलों के पास 108 सदस्यों का समर्थन होगा। इस तरह से देखा जाए तो राज्य सभा में NDA का पाला भारी दिख रहा है।
गौरतलब है की बीते मई महीने में सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में ग्रुप A के अफ्सरों के ट्रांसफर और पास्टिंग के मामले में सुनाते हुए दिल्ली सरकार के हित में फैसला सुनाया था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार संसद में इसे लिकर ऑर्डिंनेस लेकर आई है। वहीं 4 अगस्त को सरकार इस बिल को लोकसभा में पारित करा चुकी है।
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