India News (इंडिया न्यूज़),Delhi Pollution: बदलते मौसम के साथ ही दिल्ली-एनसीआर की हवा जहरीली होनी शुरू हो गई। दिल्ली-एनसीआर की हवा जिस तेजी से बदल रही है, आने वाले दिन दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए भारी पड़ेंगे। लोगों को आंतरिक प्रदूषण के साथ ही हरियाणा और पंजाब में जल रही पराली के जहरीले धुएं का सामना भी करना पड़ सकता है। जो न सिर्फ लोगों की सांसें फूलाएगा बल्कि बुजुर्गों और बच्चों के लिए जानलेवा भी हो सकता है।

पराली जलने की घटनाएं शुरू

सुत्रों के मुताबिक जो संकेत मिल रहे है उनमें दिल्ली- एनसीआर के लोगों की दिक्कतें 15 अक्टूबर के बाद बढ़ सकती है। 20 नवंबर तक खतरनाक स्थिति में रह सकती है। पराली की जहरीली हवाओं ने दिल्ली- एनसीआर में दस्तक देना शुरू कर दिया है। दिल्ली-एनसीआर पर आने वाले इस खतरे के संकेत सफर इंडिया की रिपोर्ट से मिल रहा है, जिसके तहत पराली जलने की घटनाएं सात अक्टूबर से ही शुरू हो गई है।

अभी तक दो सौ मामले दर्ज

विशेषज्ञों की मानें अगर यह स्थिति नहीं थमीं, तो इस महीने के अतं तक यानी 31 अक्टूबर के आसपास दिल्ली-एनसीआर की हवाओं में पराली के जलने वाले धुएं की हिस्सेदारी बढ़कर करीब 30 प्रतिशत तक हो सकती है। जो दिल्ली-एनसीआर के लिए काफी खतरनाक स्थिति होगी। इस दौरान 12 अक्टूबर को पराली जलने की करीब दो सौ मामले दर्ज की गई है।

पहले की तुलना में स्थितियों में सुधार

वायु गुणवत्ता के लिहाज से अक्टूबर से फरवरी तक समय वैसे भी दिल्ली-एनसीआर के लिए काफी खराब रहता है क्योंकि इस दौरान यहां कम दबाव का क्षेत्र बन जाता है। जिसमें वायु प्रदूषण के कण ऊपर उठने के बजाय स्माग बनकर जमीन की सतह से नजदीक ही छाए रहते है। हालांकि, पिछले सालों की स्थिति पर नजर दौड़ाएं तो पहले की तुलना में स्थितियों में सुधार हो रहा है। खराब वायु गुणवत्ता वाले दिनों की संख्या कम हो रही है।

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