नई दिल्ली। आज के समय में भी भारत देश में लोगों ने ट्रांसजेंडर को अपने दिलों में जगह नहीं दी हैं, बहुत सी कोशिशो के बाद भी ना जाने क्यों लोग इन्हें स्वीकार करने से इंकार कर देते हैं। इसी कोशिश में अब दिल्ली महिला आयोग ने इनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया हैं। इस सिलसिले में वह एक ट्रांसजेंडर सेल चला रही है। जिसके जरिए आयोग LGBTQI+ समाज के लोगों से नियमित रूप से संपर्क में रहता है और उनको आने वाली समस्याओं को सुलझाता हैं।आयोग ने दिल्ली सरकार के समाज कल्याण विभाग को एक समन भेजा है।

दिल्ली सरकार के विभाग से मांगी जानकारी

महिला आयोग ने समन देते हुए दिल्ली सरकार के विभाग से ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड की स्थापना के बारे में जानकारी मांगी है और साथ ही ये भी कहा है कि अगर ऐसे किसी बोर्ड की स्थापना नहीं हुई है तो उसका कारण भी बताया जाए। वहीं महिला आयोग ने आगे कहा कि ये बेहद ही दुख की बात है कि अधिकतर लोगों को ट्रांसजेंडरों के अधिकारों के बारे में जानकारी नहीं दी है। इस समुदाय के लोगों को भी अपने अधिकारों के बारे में अधिक जानकारी नही है, जिसके कारण उनके साथ भेदभाव, दुर्व्यवहार और उन्हें प्रताड़ित करने के मामले सामने आते हैं।

दिल्ली के ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों ने क्या बताया?
इसी के साथ ही आयोग ने बताया है कि दिल्ली में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों के लिए एक भी घर नहीं है।
जिसको लेकर भी महिला आयोग ने दिल्ली सरकार के समाज कल्याण विभाग से जानकारी मांगी है, इसका कारण भी बताने को कहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की दिल्ली में इस समुदाय के लोगों प्रमाण पत्र भी जारी किया जाता हैं। जिसे लेकर आयोग ने दिल्ली में ट्रांसजेंडर प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में जांच शुरू की है। महिला आयोग ने दिल्ली के सभी जिलाधिकारियों को समन जारी कर ट्रांसजेंडर व्यक्तियों द्वारा प्रमाण पत्र जारी करने के लिए जमा किए गए आवेदन पत्रों के विवरण के साथ-साथ लिंग परिवर्तन प्रमाण पत्र हेतु प्राप्त किए गए आवेदनों के बारे में जानकारी की मांग की है।