India News(इंडिया न्यूज),Delhi Water Crisis: दिल्ली में लगातार रूप से चल रहे जल संकट को लेकर पूरे देश की सियासत में गर्माहट है वहीं दूसरे ओर इस जल संकट को लेकर दिल्ली भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में 52 स्थानों पर विरोध प्रदर्शन करेगी। जानकारी के लिए बता दें कि विरोध प्रदर्शन करने वाले भाजपा नेताओं में सात सांसद और कई पार्षद और पदाधिकारी शामिल होंगे।
- दिल्ली में जल संकट बरकरार
- दिल्ली बीजेपी करेगी विरोध प्रदर्शन
क्या विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य
वहीं इस मामले में भाजपा ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) पर पानी के रिसाव की समस्या को हल करने के बजाय भाजपा को इसके लिए दोषी ठहराने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य पाइपलाइन लीकेज और पानी की चोरी को रोकने में सरकार की कथित विफलता को उजागर करना है।
मनोज तिवारी ने की आलोचना
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार का विरोध प्रदर्शन रविवार को भाजपा सांसद मनोज तिवारी के नेतृत्व में ‘मटका फोड़’ (मिट्टी के बर्तन तोड़ना) विरोध प्रदर्शन के बाद हुआ है। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार की जल नीति न होने की आलोचना की। विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों ने छतरपुर में दिल्ली जल बोर्ड के कार्यालय में तोड़फोड़ की, मिट्टी के बर्तन फेंके और खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए, जैसा कि समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी एक वीडियो में देखा जा सकता है।
वहीं इस घटना के बाद भाजपा और आप के बीच जुबानी जंग छिड़ गई। सौरभ भारद्वाज और आप के अन्य नेताओं ने दावा किया कि जल बोर्ड कार्यालय पर हमले का नेतृत्व भाजपा नेताओं ने किया था।
रमेश बिधूड़ी का आरोप
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार भ्रष्ट है और भ्रष्टाचार के आरोपों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है। इस बीच, द्वारका जिले में एक आम नल से पानी लेने को लेकर दो गुटों के बीच हाथापाई में तीन लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।