India news( इंडिया न्यूज़), Devendra Fadnavis:भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय नेतृत्व महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को केंद्र की राजनिति में लाना चाहता है। अब खबर आ रही है कि फड़णवीस नागपुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव 2019 में उम्मीदवार बन सकते है। बता दें कि देवेंद्र फड़णवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रहे चुकें है। इस बार वे शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री के भूमिका में प्रदेश में काम कर रहे है। भाजपा चाहती है उनको महाराष्ट्र कि राजनीति से केंद्र की राजनीति में लाया जाय। देवेंद्र फड़णवीस, नितिन गडकरी के बाद महाराष्ट्र भाजपा के सबसे कद्दावर नेताओं में से एक है। नागपुर शहर से होने के कारण आरएसएस में भी उनकी पकड़ अच्छी है। 2019 विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की जीत पर देवेंद्र फड़णवीस प्रदेश के सीएम बने थे।
फड़णवीस के समर्थक का दावा, प्रदेश में रहना ठीक
देवेंद्र फड़णवीस के समर्थन चाहते है कि वे अभी महाराष्ट्र की राजनीति में ही शक्रिय रहें। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार समर्थकों का कहना है कि प्रदेश को देवेंद्र फड़णवीस की जरुरत है। उन्हें केंद्र की राजनीति से अलग रहना चाहिए।
देवेंद्र फड़णवीस के बाद महाराष्ट्र में कोई बड़ा नेता नहीं है, जिसके दम पर पर पार्टी चुनाव में उतर सके। बता दें कि महाराष्ट्र भाजपा के नेता विनोद तावड़े भी इस बार प्रदेश की राजनीति में शक्रिय नहीं है। वह अभी बिहार भाजपा के प्रभारी के तौर पर काम कर रहे है। एकनाथ खडसे एनसीपी में शामिल हो गय है। पंकजा मुंड़े को राजनीति में ज्यादा शक्रिय नहीं देखा जाता है।
फड़णवीस की छवी एक युवा नेता की
महाराष्ट्र की राजनीति में देवेंद्र फड़णवीस की छवी एक युवा और कर्मठ नेता की है। वे कम उम्र से राजनीति में शक्रिय है। राजनीति के मामले वे प्रदेश के चाणाक्य से कम नहीं है। पिछले साल शिवसेना को तोड़कर भाजपा-एकनाथ शिंदे की सरकार बनाने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही। भाजपा को सरकार में लाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी तक कुर्वान कर दिया, और उपमुख्यमंत्री बनकर भाजपा का प्रदेश में सरकार बना दिया।
नागपुर से नितिन गडकरी है सांसद
नागपुर की संसदीय सीट की बात करे तो, भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और मोदी सरकार के हाईलाइट मंत्री नितिन गडकरी वहां से लागातार 2 बार से चुनाव जीतते आ रहे है। फड़णवीस और गडकरी दोनों लोगों का गृह जिला भी नागपुर है।इस सीट पर भाजपा मात्र 3 बार ही जीत दर्ज की है। संघ का गढ़ होने के बाद भी कांग्रेस पार्टी 12 बार जीत दर्ज की है।
1996 में यहां से भाजपा के बनवारीलाल पुरोहित ने जीत दर्ज की। इसके बाद 2014 से नितिन गडकरी यहा से लागातार सांसद है। गडकरी और फड़णवीस दोनों एक दूसरे के करीबी भी है।
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