Devkinandan Thakur: कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर की शिव महापुराण कथा का मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आयोजन किया गया है। इस दौरान उन्होंने एक विवादित बयान दिया है। एक बार फिर से देवकीनंदन ने कथा पंडाल में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कथा के दौरान कहा कि जब तक देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बन जाए, तब तक सभी हिंदू अपनी गोद में पांच-पांच बच्चों को खिलाएं। देवकीनंदन के कहने का मतलब था कि सभी पांच-पांच बच्चे पैदा करें।

हमें सिर्फ दो बच्चों तक सीमित कर दिया गया- देवकीनंदन

देवकीनंदन ठाकुर ने आज शनिवार को कथा पंडाल में कहा, “कुछ लोगों को खुला सांड की तरह छोड़ दिया गया है और हमें सिर्फ दो बच्चों तक सीमित कर दिया गया है। जब तक देश में सनातनी धर्म वाले बहुसंख्यक हैं तब तक यहां सेकुलर वाद है, जिस दिन हम अल्पसंख्यक हो जाएंगें उस दिन हमारे देश की हालत अलग होगी।” मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के दशहरे मैदान में देवकीनंदन की कथा का आयोजन किया गया था। उनके द्वारा हिंदू राष्ट्र और सनातन धर्म को लेकर लगातार बयान सामने आ रहे हैं।

रामायण को लेकर दिया ये बयान

देवकीनंदन ठाकुर ने इस दौरान रामायण को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने भगवान से हाथ जोड़कर मांगा, “जो लोग रामायण जला रहे हैं, उन्हें कोई दंड मत देना, बल्कि उनकी बुद्धि सुधार देना। उनको सदविचार देना। जिससे उन्हें भी समझ में आये कि रामायण किसी के अपमान के लिये नहीं है। रामायण सबके चरित्र को संवारने के लिये है।” उन्होंने कहा, “हम सनातनी हैं, हम सनातनी थे और हम सनातनी ही मरेंगे।”

कुछ लोग सनातन को तोड़ना चाहते- देवकीनंदन

उन्होंने कथा में कहा, “चाहे हमें जाने देनी पड़ जाये हम अपने देश के कभी गद्दारी नहीं करेंगे। सभी सनातनियों के लिए सनातन यात्रा बहुत जरूरी है। कुछ लोग सनातन को तोड़ना चाहते हैं, सनातनियों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। सनातनियों को आपस में लड़ाना चाहते हैं।”

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