India News (इंडिया न्यूज), Dheeraj Sahu:कांग्रेस राज्यसभा सांसद धीरज साहू की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। अब तक आईटी द्वारा मारे गए छापे में नकदी की सीमा बढ़ती जा रही है। अब यह मात्रा 318 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। इसके बाद अभी भी राशि बढ़ने की उम्मीद है। नकदी से भरे कई बैगों की गिनती अभी नहीं हो पाई है। यह गिनती ओडिशा के बोलांगीर में भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में की जा रही है। एसबीआई के अधिकारी की ओर से कहा गया कि आधी रात तक सारा कैश गिना लिया जाएगा।

  • 6 दिसंबर को छापेमारी शुरू की गई थी
  • आधी रात तक सारा कैश गिना लिया जाएगा

क्षेत्रीय प्रबंधक ने दी जानकारी

एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि उन्हें 176 बैग मिले थे। उनमें से 140 की गिनती कर ली गई है। 50 बैंक अधिकारी 25 मशीनों का उपयोग करके नकदी की गिनती कर रहे हैं। आयकर विभाग की ओर से कर चोरी और “ऑफ-द-बुक” लेनदेन के आरोप में 6 दिसंबर को छापेमारी शुरू की गई थी। जिसमें यह नकदी बरामद हुई है। विभाग का मानना है कि नोटों का भंडार देशी शराब की नकद बिक्री से आया है।

इसके पहले किसका रिकॉर्ड

नकदी बरामदगी का पिछला उच्चतम रिकॉर्ड कानपुर के एक व्यवसायी के नाम था। साल 2019 में 257 करोड़ की नकदी बरामद की गई थी। इसके बाद 2018 में विभाग ने तमिलनाडु में 163 करोड़ रुपये बरामद किए थें। अब रांची और अन्य स्थानों पर धीरज साहू से जुड़े परिसरों की भी तलाशी ली गई है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सांसद के घर से क्या बरामद हुआ।

बीजेपी का हमला

इस बीच भाजपा ने इस मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाया है। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि “राहुल गांधी के करीबी दोस्त और राज्यसभा सांसद धीरज साहू के कार्यालयों से, आईटी द्वारा लगभग ₹200 करोड़ जब्त किए गए… मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं, आपने सोशल मीडिया पर इस बारे में कुछ भी पोस्ट क्यों नहीं किया? आपने ऐसा क्यों नहीं किया? इस बारे में कुछ बोला? क्योंकि कांग्रेस हमेशा भ्रष्टाचार का समर्थन करती है।” वहीं झारखंड कांग्रेस प्रमुख अविनाश पांडे ने इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ” वह कांग्रेस सांसद हैं, इसलिए उन्हें इस बारे में आधिकारिक बयान देना चाहिए कि इतनी बड़ी रकम उनके पास कैसे आई।”

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