इंडिया न्यूज, New Delhi News। Amravati Massacre : जिस तरह राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या की गई है उसी तरह से 21 जून को उदयपुर से 740 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के अमरावती में भी एक हत्या होने का दावा किया जा रहा है। यह दावा स्थानीय भाजपा नेताओं की ओर से किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि अमरावती में उमेश कोल्हे नाम के दवा व्यापारी ने फेसबुक पर निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट लिखी थी।
बाद में इस पोस्ट का स्क्रीनशाट कुछ ग्रुप में वायरल हो गया। इसके बाद टारगेट बनाकर उनकी हत्या कर दी गई। वहीं इस घटना से जुड़े दो सीसीटीवी फुटेज भी जारी हुए हैं। इन फुटेज में वारदात वाली रात उमेश के पीछे दो आरोपी जाते दिखाई दे रहे हैं।
आतंकी एंगल से की जा रही है जांच
मिली जानकारी अनुसार महाराष्ट्र ATS के द्वारा इस हत्याकांड की भी आतंकी एंगल से जांच की जा रही है। अब इस जांच को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपने का निर्देश दिया है। जांच के लिए NIA की टीम अमरावती पहुंच गई है। वहीं सांसद नवनीत राणा ने इस मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिख महाराष्ट्र पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
प्रेस कांफ्रेस कर पुलिस ने दी जानकारी
पुलिस ने कुछ देर पहले एक प्रेस कांफ्रेस कर यह माना है कि यह हत्या नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट लिखने की वजह से ही हुई है। वहीं अमरावती के डीसीपी उमेश साल्वी ने बताया कि उमेश कोल्हे की हत्या नूपुर शर्मा की पोस्ट वायरल होने के कारण हुई थी। पुलिस ने इस मामले के सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
एक आरोपी ने कबूला एक NGO संचालक ने बोला था मारने के लिए
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार एक आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उसे एक NGO संचालक ने उमेश को मारने के लिए कहा था। उमेश को मारने के लिए दो टीमें लगाई गई थीं। एक टीम को फोन करके उमेश के कालेज के पास पहुंचने की पुष्टि की गई और फिर उन पर हमला हुआ।
यहां बीच सड़क पर मेडिकल शाप के संचालक उमेश प्रहलाद कोल्हे को गर्दन पर चाकू से वार कर तीन लोगों ने मौत के घाट उतार दिया था। सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी अर्जन ठोसरे ने कहा कि यह घटना 21 जून की रात 10 बजे की है।
आरोपियों ने घनश्याम नगर में रहने वाले द अमित मेडिकल के संचालक उमेश प्रल्हादराव कोल्हे की चाकू से हत्या कर दी थी। तीनों आरोपी घंटाघर हनुमान मंदिर की गली में नूतन कालेज के गेट के पास घात लगाकर बैठे थे और जैसे ही उमेश वहां पहुंचे आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया।
हत्या के समय महज 15 मीटर की दूरी पर था बेटा
वारदात के समय उमेश का बेटा संकेत अपने पिता से महज 15 मीटर की दूरी पर था। संकेत ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ था। हत्यारे 3 लोग थे। वे अचानक बाइक से उतरे और पिताजी के गले के नीचे हमला कर दिया। वे और प्रहार करना चाहते थे, लेकिन मुझे आता देख आरोपी बाइक लेकर भाग गए।
NIA के अधिकारी पहुंचे जांच के लिए
वहीं संकेत से पूछे गए सवाल-क्या यह उदयपुर जैसा कांड हो सकता है पर उसने कहा कि हम अभी किसी भी संभावना को नहीं बता सकते, अभी जांच जारी है। लेकिन संकेत ने बताया कि NIA के अधिकारी इस जांच के लिए अमरावती आए हैं। लेकिन अब तक वे परिवार से मिलने नहीं आए हैं।
वहीं संकेत का कहना है कि उदयपुर की घटना के बाद उसे अब खुद की सुरक्षा के लिए भी डर लगने लगा है। वहीं जब संकेत से पूछा गया कि पिता ने नूपुर शर्मा के समर्थन में क्या कोई पोस्ट डाली थी तो संकेत ने कहा कि मैंने उनका फोन कभी चेक नहीं किया।
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