इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (Due To Heavy Monsoon Rains) : तीव्र मानसूनी बारिश के कारण उत्तर-पूर्वी भारत में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं बाढ़ और भूस्खलन से अब तक दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। यह बारिश गत तीन दिनों से हो रही है। भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में अब तक कम से कम 50 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी रविवार को दी।

उत्तर-पूर्वी भारत में भीषण बारिश से सैकड़ों गांव तबाह

इस भीषण बारिश से सैकड़ों गांव तबाह हो गए हैं। भारी बारिश के कारण कई घर क्षतिग्रस्त और बह गए। जिससे सैकड़ों निवासी बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। वहीं प्रशासन के सजगता के कारण बचाव दल जीवित बचे लोगों को बाहर निकालने के लिए दिन रात लगे हुए हैं।

गौरतलब है कि इस माह की शुरूआत में संघीय मौसम कार्यालय ने अगस्त और सितंबर माह में औसत बारिश होने की संभावना व्यक्त की थी। यह बारिश फसल की अच्छी पैदावार की ओर इशारा करता है। जो विकास को बढ़ावा देने और रोजगार पैदा करने के लिए खेती पर निर्भर है।

भारत का विश्व में खेती का योगदान हैं लगभग 15 प्रतिशत

गौरतलब है कि विश्व में भारत की 2.7 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में खेती का योगदान लगभग 15 प्रतिशत है, जबकि 1.3 बिलियन की आधी से अधिक आबादी का भरण-पोषण है। वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि गत तीन दिनों में हिमाचल प्रदेश के हिमालयी राज्य में भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से कम से कम 36 लोगों की मौत हो चुकी हैं। जबकि पड़ोसी पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में, एक आधिकारिक सरकारी सूचना के अनुसार बताया गया है कि लगातार बारिश के कारण चार लोगों की मौत हो गई है और 13 लोग लापता हैं।

प्रशासन ने बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए तैनात किया है हेलिकॉप्टर

इस मामले में उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि हमने दूरदराज के इलाकों में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर तैनात किए हैं। इसके साथ ही लोगों को बचाने के लिए बचाव अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। वहीं इस मामले में राज्य के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्वी राज्य ओडिशा में मूसलाधार बारिश के कारण कम से कम छह लोगों की मौत हो गई हैं।

ओडिशा में बाढ़ के पानी से 800,000 लोग बुरी तरह हुए हैं प्रभावित

वहीं ओडिशा में बाढ़ के पानी ने लगभग 800,000 लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया है और हजारों लोगों को अपने घरों से विस्थापित होना पड़ा है। बारिश की वजह से बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हुई है, और सड़क के बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान हुआ है।