India News (इंडिया न्यूज़), Durga Puja:इस साल दुर्गा पूजा का आयोजन 8 से 13 अक्टूबर तक होना है। बंगाल में थीम पंडाल बनाने से पहले पुलिस की इजाजत लेनी होगी। जिसके वजह से पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा पंडाल पर सियासत गरमाई है। दुर्गा पूजा के आयोजकों ने ममता सरकार पर निशाना साधा है।
क्लबों के लिए दान में बढ़ोतरी की घोषणा
बता दें इससे पहले ममता बनर्जी ने मंगलवार को दुर्गा पूजा का आयोजन करने वाले क्लबों के लिए दान में बढ़ोतरी की घोषणा की, जिससे यह पिछले साल के 70,000 रुपये से बढ़कर 85,000 रुपये हो गया। उन्होंने आगामी उत्सव की तैयारियों की समीक्षा के लिए यहां नेताजी इंडोर स्टेडियम में एक प्रशासनिक बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने घोषणा की कि अगले साल दान में 15,000 रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी, जिससे यह 1 लाख रुपये हो जाएगा।
बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस साल भी पूजा आयोजकों को अग्नि सुरक्षा उपायों सहित कोई कर नहीं देना होगा। उन्होंने बताया, “पिछले साल बिजली खपत पर 66 प्रतिशत की छूट दी गई थी। मैंने इसे इस साल 75 प्रतिशत करने के लिए सीईएससी और बिजली मंत्री से बात की है।”
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ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा कार्निवल के लिए 15 अक्टूबर की तिथि तय की है। जिसमें पुरस्कार विजेता मूर्तियों को प्रदर्शित किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह मूर्ति विसर्जन का आखिरी दिन होगा, क्योंकि अगले दिन लक्ष्मी पूजा है। उन्होंने बड़े क्लब कमेटियों से कहा कि वे पुलिस बलों के साथ मिलकर कानून-व्यवस्था बनाए रखने और भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए सभी उपाय करें।
पुलिस के साथ साझा करनी होगी क्लबों को अपनी थीम
ममता बनर्जी ने कहा, “दुर्गा पूजा सभी धर्मों के लोगों के एकत्र होने का त्योहार बन गया है। सभी क्लबों को अपनी थीम पुलिस के साथ साझा करनी होगी, ताकि वे उसी के अनुसार योजना बना सकें।” उन्होंने कहा कि पूरे बंगाल में क्लब कमेटियों द्वारा 43,000 से अधिक दुर्गा पूजा आयोजित की जाती हैं, जबकि 2,793 पूजा कोलकाता पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आयोजित की जाती हैं।
उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया कि त्योहार से पहले जिलों में बैठकें आयोजित की जाएं और कोलकाता में सुरक्षा बलों के साथ समन्वय बनाए रखा जाए और उसके अनुसार योजना बनाई जाए।