India News (इंडिया न्यूज),Mahadev Betting App Case: प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की एक टीम ने विशिष्ट जानकारी के आधार पर 4 मार्च को महादेव ऐप के मालिकों में से एक गिरीश तलरेजा को गिरफ्तार कर लिया। उसके साथी सूरज चोखानी को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया था। हालाँकि, ऐप के सह-मालिक रतन लाल जैन फरार हैं।

ईडी के वकील ने मांगी उनकी रिमांड

3 मार्च को दोनों को रायपुर की कोर्ट में पेश किया गया, जहां ईडी के वकील ने उनकी रिमांड मांगी। इसके बाद, तलरेजा और चोखानी दोनों को एक दिन के लिए जेल भेज दिया गया। चोखानी पर महादेव सत्ता ऐप का पैसा शेयर बाजार में निवेश करने का आरोप है।

आरोपी के बीच हुआ करोड़ों का लेन-देन

ईडी के मुताबिक गिरीश तलरेजा, रतनलाल जैन और शुभम सोनी के बीच करोड़ों का लेन-देन हुआ था। ईडी फिलहाल फरार चल रहे शुभम सोनी की तलाश कर रही है। ईडी की जांच में यह भी पता चला है कि भिलाई का रहने वाला नीतीश दीवान दुबई में महादेव सत्ता ऐप के प्रमोटर के साथ रहता था और पैनल ऑपरेटर के रूप में काम करता था।

जैन और तलरेजा की करोड़ों की संपत्ति हुई जब्त

रतन लाल जैन और गिरीश तलरेजा वर्तमान में दुबई में रह रहे हैं। वे कथित तौर पर महादेव ऐप प्रमोटरों के साथ मिलकर स्काई एक्सचेंज नामक एक अवैध सट्टेबाजी ऐप के संचालन में शामिल थे। जांच से पता चला है कि जैन और तलरेजा अपनी दुबई स्थित इकाइयों के माध्यम से विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) के माध्यम से भारतीय शेयर बाजार में अवैध सट्टेबाजी से प्राप्त आय का निवेश कर रहे थे। उन्होंने इसमें शामिल कंपनियों में कई सहयोगियों को निदेशक के रूप में भी नियुक्त किया था। जैन और तलरेजा की 580.78 करोड़ रुपये की संपत्ति धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत जब्त कर ली गई है।

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