India News (इंडिया न्यूज़), ED Chief: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) प्रमुख के रुप में संजय कुमार मिश्रा को दिए गए तीसरे सेवा विस्तार को अवैध करार दिया है। इस मामले में आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली तीन-जजों की बेंच ने कहा कि 2021 में सुप्रीम कोर्ट के पिछले आदेश के मद्देनजर मिश्रा को नवंबर 2022 से आगे विस्तार नहीं दिया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने संजय कुमार मिश्रा को पद छोड़ने के लिए 31 जुलाई तक का समय दिया है। आइए जानते हैं कौन हैं संजय मिश्रा औऱ अबतक कैसा रहा करियर?

लखनऊ के एक मध्यवर्ग परिवार में पैदा होने वाले संजय मिश्रा ने लखनऊ विश्वविद्यालय से बायोकैमिस्ट्री में मास्टर डिग्री हासिल की। इसके बाद वह सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CDRI) में सीनियर रिसर्च फेलो के रूप में शामिल हो गए। वो परिवार के कहने पर सिविल सर्विसेस में शामिल हुए।

संजय कुमार मिश्रा का करियर

परिवार के कहने पर सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए थे।आ गए और 9 सालों तक अहमदाबाद में रहे। इसके बाद वह महाराष्ट्र के कोल्हापुर चले गए और 2006 में दिल्ली वापस आ गए, जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कराधान और हस्तांतरण मूल्य निर्धारण का काम संभाला। नीति निर्माण/पॉलिसी मेकिंग में उनकी एंट्री तब हुई जब उन्हें वित्त मंत्रालय में प्रणब मुखर्जी और बाद में पी. चिदंबरम के अधीन संयुक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया।

2014 में संजय मिश्रा मोदी मंत्रालयो में हुए शामिल

उन्होंने गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में अपने काम किया, इसके एक साल बाद 2014 में संजय मिश्रा मोदी मंत्रालयो में शामिल हो गए। उस वक्त सरकार ने 50 वरिष्ठ नौकरशाहों को मंत्रालय में ट्रांसफर किया था।नवंबर 2018 तक, संजय मिश्रा को ईडी का नया प्रमुख नियुक्त किया गया था। इसके बाद उन्हें दो साल के कार्यकाल पूरा किया। लेकिन सरकार के अध्यादेश के बाद सीबीआई के निदेशकों का कार्यकाल बढ़ाने के लिए पारित किया गया।

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