India News(इंडिया न्यूज),Fake News: इन दिनों देश के लिए फर्जी खबरें एक चुनौती के तौर पर सामने आ रही है। जिसके बारे में चिंता व्यक्त करते हुए भारत के प्रधान न्यायाधीश सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि, फर्जी खबरों और गलत सूचना में लोकतांत्रिक चर्चा को कमजोर करने की ताकत होती है। फर्जी खबरों का का लक्ष्य सत्यता को नष्ट करना है।
जानकारी के लिए बता दें कि, जस्टिस चंद्रचूड़ 14वें न्यायमूर्ति वीएम तारकुंडे मेमोरियल व्याख्यान में शामिल हुए। जहां उन्होंने डिजिटल युग में नागरिक स्वतंत्रता को कायम रखना- गोपनीयता, निगरनी और मुक्त भाषण विषय पर संबोधन देते हुए कहा कि, प्रसार के आधार पर फर्जी खबरें सत्य को खत्म कर देती है। दुष्प्रचार में लोकतांत्रिक चर्चा को हमेशा के लिए खराब करने की शक्ति होती है। स्वतंत्र विचारों के बाजार को नकली कहानियों से भरना है। सीजेआई ने कहा कि दुनियाभर में चाहे वह लीबिया हो, फिलीपींस हो, जर्मनी हो या संयुक्त राज्य अमेरिका भी फर्जी प्रसार से कलंकित हो चुके हैं।
इसके साथ ही सीजेआई ने आगे कहा कि, मुझे याद है कोविड-19 के दौरान जब हम महामारी के दौर में थे तब इंटरनेट सबसे अधिक फर्जी खबरों और अफवाहों से भरा था। विद्वानों के लिए वह हास्य का स्रोत था। डिजिटल युग में गोपनीयता सिर्फ डेटा सुरक्षा तक का मामला ही नहीं है। यह मौलिक अधिकार का मामला है। देश के हर नागरिक की, चाहे उसकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कैसी भी हो निजता उसका अधिकार है।
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