इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
Farmer Brijendra Singh Raghuvanshi एक किसान ने अपनी बेशकीमती जमीन सरकार को दान करने का फैसला किया है ताकि उसके आसपास के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले। किसान गांव के अन्य ग्रामीणों के साथ कलेक्टर के पास पहुंचे और उन्होंने जमीन दान करने की मंशा जाहिर की है। मुख्यमंत्री ने भी किसान की तारीफ। दरअसल पूरा मामला अशोकनगर से 30 किलोमीटर दूर महिदपुर गांव का है। यहां सीएम राइस स्कूल की मंजूरी मिली थी, लेकिन इसके लिए सरकार को करीब 10 बीघा जमीन की जरूरत थी।
मौके पर सरकार की सिर्फ 6 बीघा जमीन निकली। जिसके चलते प्रशासन ने इस स्कूल को दूसरी जगह शिफ्ट करने का मन बना लिया। यह बात महिदपुर गांव के बृजेंद्र सिंह रघुवंशी को जैसे ही पता चली तो उन्होंने तुरंत अपनी 25 लाख की 4 बीघा जमीन सरकार को दान करने की घोषणा कर दी। इतना ही नहीं वह ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर आर उमा माहेश्वरी से जमीन दान करने का आग्रह किया। जिसके बाद कलेक्टर ने एसडीएम से मिलने की बात कही। जहां डोनेशन लेटर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पिता 40 साल हैं से गांव के सरपंची
बता दें कि ग्रामीण बृजेंद्र सिंह रघुवंशी के पिता स्वर्गीय नाथन सिंह रघुवंशी 40 साल से गांव के सरपंची हैं। उनके कार्यकाल में उनकी ही जमीन पर स्कूल, सोसायटी, पंचायत भवन बनाए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपनी दो बीघा जमीन में गांव के गरीब लोगों के लिए घर भी तैयार करवाए। किसान बृजेंद्र सिंह रघुवंशी का कहना है कि शिक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं है।
मैं भी गांव से शहर पढ़ता था। तो मुझे पता है कि शिक्षा का महत्व क्या है? लेकिन सरकार की इतनी बड़ी योजना का लाभ हमारे अपने गांव के ही बच्चों को दिया जाएगा, इस लिए यह फैसला मैंने लिया है। पिता के पद चिन्हों पर चलना मेरा सौभाग्य है।
इस पूरे मामले में स्थानीय लोगों के अलावा जिले भर के ग्रामीणों द्वारा इस कदम की सराहना की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बृजेंद्र सिंह रघुवंशी जी द्वारा शिक्षा के लिए दिया गया यह दान वास्तव में बहुत बड़ा दान है। यह हमारे राज्य के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा। इस पवित्र योगदान के लिए मैं आपको तहे दिल से बधाई देता हूं।