India News(इंडिया न्यूज़), Farmers Movement 2024: दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हजारों किसानों को रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने दो बड़े मैदानों को जेल में बदल दिया है। सूत्रों की माने तो सिरसा का चौधरी दलविर सिंह स्टेडियम और डाबवली का गुरु गोविंद सिंह स्टेडियम को किसानों को हिरासत में लेने के लिए अस्थाई जेल में तबदील किया गया है। सूत्रों की माने तो किसी भी प्रतिकूल स्तिथि आने पर पुलिस बड़ी संख्या में इन अस्थाई जेलों में किसानों को गिरफ्तार या हिरासत में ले सकती है।
इसके साथ ही राजधानी दिल्ली के बॉर्डर से सटे इलाकों में किसानों को रोकने के लिए कंकरीट के ब्लॉक्स लगा दिए गए हैं। इसके अलावा बॉर्डर पर सकटे इलाकों में कीलें, कटीलें तार और हजारों पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया है।वहीं, हरियाणा और दिल्ली के अधिकारियों ने अब निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 2020 के विरोध का हवाला देते हुए प्रतिबंधों का बचाव किया है।
बता दें कि सयुक्त किसान मोर्चा दल और कई किसान संगठनों ने केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए लाए गए 3 कानूनों का विरोध किया था। इसके अलावा सरकार ने अपनी फसलों के लिए मिनिमम स्पोर्ट प्राइज पर गारंटी की मांग की। इस सभी डिमांड को लेकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के किसानों ने दिल्ली में आंदोलन किया था।
‘अमृतकाल’ है या ‘अन्यकाल’?- प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य की सीमाओं पर लगाए जा रहे रोड स्पाइक बैरियर्स का एक वीडियो साझा किया। जिस पर उन्होंने बीजेपी सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा- “क्या किसानों की राह में कील-कांटे बिछाना ‘अमृतकाल’ है या ‘अन्यकाल’?”
वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) नेता भगवंत मान ने भी दिल्ली और हरियाणा में प्रवेश के लिए सड़कों की तुलना भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) से की। मान ने कहा- “मैं केंद्र से किसानों के साथ बातचीत करने और उनकी वास्तविक मांगों को स्वीकार करने का आग्रह करता हूं… दिल्ली जाने के लिए सड़कों (पंजाब-हरियाणा सीमाओं) पर उतने ही तार लगाए गए हैं जितने पाकिस्तान के साथ सीमा पर हैं।”
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