India News (इंडिया न्यूज), Farmers Protest: कई फसलों के लिए एमएसपी समर्थन की अपनी मांग पर दबाव बनाने के लिए पंजाब के हजारों किसान आज अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिर से शुरू करेंगे। प्रदर्शनकारी किसान, जो इस समय हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर डेरा डाले हुए हैं, अब प्रशासन का सामना करने की तैयारी कर रहें हैं। जानकारी के अनुसार, किसान गैस मास्क और मजबूत गियर पहनकर सुरक्षा बलों का सामना करने और बैरिकेड तोड़ने के लिए कमर कस रहे हैं।

इसके साथ ही किसान प्रदर्शनकारी रबर की गोलियों और बन्दूक के छर्रों जैसी संभावित पुलिस कार्रवाइयों का सामना करने के लिए  केबिन के साथ खुदाई करने वाली मशीनें और जेसीबी मशीनें लेकर आए हैं। कई किसानों ने दंगा-रोधी ढालें ​​तैयार की हैं, और आंसू गैस के गोले के प्रभाव को कुंद करने के लिए गैस मास्क का आयोजन किया है। इसके अलावा हजारों रेत की बोरियां भी लाए हैं, जिनका उद्देश्य गैर-बैरिकेड क्षेत्रों के माध्यम से अस्थायी पथ का निर्माण करना है।

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बता दें कि किसान और केंद्र सरकार के साथ चौथे दौर की बातचीत विफल हो गई। जिसके बाद होने के बाद मंगलवार को आंदोलन फिर से शुरू करने की घोषणा की। वही, हरियाणा सीमा पर भारी पुलिस सुरक्षा के चलते किसान सीमा पार करने में असमर्थ हैं।

अपडेट्स

  • समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि केंद्र सरकार ने अनुमान लगाया है कि पंजाब-हरियाणा सीमा पर लगभग 14,000 लोग एकत्र हुए हैं। किसान 1200 ट्रैक्टर ट्रॉली, 300 कारों और 10 मिनी बसों में यात्रा कर रहे हैं। गृह मंत्रालय ने आगे बताया कि 500 ​​ट्रैक्टर वाले 4500 लोगों को भी ढाबी-गुजरान बैरियर पर इकट्ठा होने की अनुमति दी गई थी।
  • गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार को एक पत्र लिखकर कहा है कि राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंता का विषय है। गृह मंत्रालय ने आरोप लगाया कि किसानों की आड़ में कई उपद्रवी पंजाब की हरियाणा से लगती सीमा पर शंभू के पास भारी मशीनरी जुटाकर पथराव कर रहे थे। गृह मंत्रालय ने विरोध प्रदर्शन के दौरान ट्रैक्टर, जेसीबी मशीनों और अन्य भारी उपकरणों के इस्तेमाल पर भी आपत्ति जताई है।
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