India News (इंडिया न्यूज), Farmers Protest: हरियाणा पुलिस के साथ झड़प के दौरान एक किसान की मौत के बाद पंजाब और हरियाणा के साथ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध तेज हो गया है। जिसके चलते किसानों ने ‘दिल्ली चलो’ मार्च दो दिनों के लिए टाल दिया है। गुरुवार को पंजाब के संगरूर जिले में खनौरी बॉर्डर क्रॉसिंग पर एक किसान की मौत के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेतृत्व में आंदोलनकारी किसान आज ‘ब्लैक फ्राइडे’ मना रहे हैं।

वहीं हरियाणा पुलिस ने दावा किया है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। इसी दौरान भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि पंजाब में खनौरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए हम कल ‘ब्लैक फ्राइडे’ मनाएंगे। हमने कल भी ट्रैक्टर मार्च निकाला।” उन्होंने कहा कि एसकेएम राष्ट्रीय राजधानी की ओर राजमार्गों पर ट्रैक्टर मार्च भी आयोजित करेगा।

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किसान आंदोलन की प्रमुख अपडेट्स

  • पुलिस के आधिकारिक बयान के अनुसार कहा गया कि, किसान नेताओं पर एनएसए यानी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया जाएगा। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून 1980 (NSA Act.) की धारा 2(3) के तहत आपराधिक गतिविधियों को रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन किसान संगठनों के पदाधिकारियों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया अमल में लाया जा रहा है।
  • बता दें कि, आंदोलन के दौरान सरकारी संपत्ति का जो भी नुकसान होगा उसकी भरपाई किसान नेताओं से करने की तैयारी की जा रही है। अंबाला पुलिस की तरफ से जारी एक अन्य बयान के मुताबिक, ‘प्रशासन ने इस संबंध में आम जनता को पहले ही सूचित/सतर्क कर दिया था कि इस आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों द्वारा सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है।
  • किसान आंदोलन 2024 की शुरुआत से लेकर अब तक दो पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है और कई घायल हैं। इस संबंध में पुलिस की ओर से गुरुवार को एक बयान भी जारी किया गया है। खास बात यह है कि किसान आंदोलन के दौरान एक किसान की मौत के बाद हंगामा मचा हुआ है। जिसको लेकर किसान की ओर से लगतार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
  • मामले को लेकर अंबाला पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ’13 फरवरी 2024 से किसानों के द्वारा दिल्ली कूच को लेकर शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ने और कानून बिगाड़ने की लगातार कोशिशें किसान संगठनों द्वारा की जा रही हैं। पुलिस प्रशासन पर पथराव और हंगामा कर आदेश दिया। इस दौरान उपद्रवियों द्वारा सरकारी और निजी संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचाया गया। इस आंदोलन के दौरान लगभग 20 पुलिस कर्मी घायल हो गए, 1 पुलिस कर्मी को ब्रेन हैमरेज हुआ और दो पुलिस कर्मियों की मौत हो गई।

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