India News (इंडिया न्यूज़), Maharashtra: महाराष्ट्र में एक व्यक्ति और उसके पिता ने अपनी ओर आ रही ट्रेन के सामने लेटकर आत्महत्या कर ली। यह घटना मुंबई से करीब 32 किलोमीटर दूर भयंदर रेलवे स्टेशन की है। अब आत्महत्या के पिछे का कारण सामने आ गया है।
भायंदर स्टेशन पर रेलवे पुलिस की जांच में पता चला कि पिता-पुत्र ने शेयर बाजार में हुए घाटे से तंग आकर आत्महत्या कर ली। शेयर बाजार में हुए घाटे की वजह से पिता-पुत्र पर भारी कर्ज हो गया था।
नालासोपारा के निवासी हैं पिता-पुत्र
पीड़ितों की पहचान जय मेहता (35) और उनके पिता हरीश मेहता (60) के रूप में हुई है, जो नालासोपारा के निवासी हैं। जो शेयर बाजार में हुए नुकसान से तबाह हो गए थे।नतीजतन, उन्हें इस नुकसान की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। बताया जा रहा है कि हरीश मेहता शेयर बाजार में काम करते थे, जबकि उनका बेटा जय मेहता डीटीपी ऑपरेटर था।
रिवेंज ट्रेडिंग
कई लोग शेयर बाजार में अपना सारा पैसा दांव पर लगा देते हैं और नुकसान होने पर इसकी भरपाई के लिए लोन लेते हैं और फिर से बाजार में पैसा लगाते हैं। शेयर बाजार की भाषा में इसे ‘रिवेंज ट्रेडिंग’ कहते हैं यानी एक बार हुए नुकसान की भरपाई के लिए बार-बार पैसा लगाना और नुकसान उठाना।शेयर मार्केट में ज्यादातर निवेशक इसी रिवेंज ट्रेडिंग का शिकार हो जाते हैं।
जोखिम प्रबंधन
शेयर बाजार में हमेशा जोखिम रहता है, इसलिए जोखिम प्रबंधन बहुत जरूरी है। लेकिन, छोटे निवेशक यहां भी विफल हो जाते हैं। वे जोखिम प्रबंधन के बारे में कभी नहीं सोचते। इस जोखिम प्रबंधन नियम का पालन न करने से खुदरा निवेशकों को भारी नुकसान होता है।
ज्ञान की कमी
शेयर बाजार में ज्ञान और अनुभव की आवश्यकता होती है। शेयर बाजार में निवेश करने वाले 90% लोग दूसरों की सलाह पर निवेश करते हैं, जो बिल्कुल भी सही नहीं है। इसलिए, यह बाजार सपाटता के अधीन है, इसलिए इसकी समझ विकसित करना बहुत जरूरी है। हाल के वर्षों में, अधिकांश छोटे निवेश टीवी, यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मिलने वाली युक्तियों के परिणामस्वरूप किए जा रहे हैं और फिर पैसा लगाया जा रहा है और फिर नुकसान हो रहा है।