India News (इंडिया न्यूज़), Amit Malviya, चेन्नई: समाचार एजेंसी पीटीआई ने पुलिस के हवाले से बताया कि सनातन धर्म पर राज्य के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश करने के आरोप में तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में भाजपा के आईटी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीटीआई से बात करते हुए, पुलिस ने कहा कि उदयनिधि की टिप्पणी को जानबूझकर गलत तरीके से पेश करने और विभिन्न वर्गों के लोगों के बीच दुश्मनी पैदा करने के लिए आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

  • कई धाराओं में मामला दर्ज
  • उदयनिधि ने बयान पर ट्वीट किया था
  • बयान का विरोध जारी

डीएमके द्वारा तिरुचिरापल्ली पुलिस में दर्ज की गई शिकायत के अनुसार, उदयनिधि स्टालिन ने तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स फोरम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में अपने भाषण में कहा था कि सनातन धर्म को मच्छरों, मलेरिया, डेंगू और सी कोरोना की तरह खत्म किया जाना चाहिए। लेकिन दावा किया गया कि मालवीय ने इसे तोड़-मरोड़कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया कि उदयनिधि स्टालिन ने “हिंदुओं के नरसंहार” की मांग की थी।

धर्म गुरूओं ने किया विरोध

उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी को लेकर डीएमके और बीजेपी सहित राजनीतिक दलों और धर्म गुरुओं के निशाने पर हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा था कि उदयनिधि स्टालिन ने “हिंदू नरसंहार” की वकालत की थी। उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी के बाद से डीएमके और बीजेपी नेताओं के बीच जुबानी टकराव तेज हो गया है और पोस्टर वॉर भी छिड़ गया है। बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल मामले का तमिलनाडू के राज्यपाल से भी मिला है।

यह भी पढ़े-