India News (इंडिया न्यूज), Maharashtra Guardian Minister : महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की सरकार बन गई है। देवेंद्र फडणवीस को सीएम का पद मिला है, तो वहीं एकनाथ शिंदे और अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद दिया गया है। लेकिन चुनाव नतीजों के आने के बाद से ही महायुति में किसी न किसी चीज को लेकर खींचतान जारी है। पहले सीएम फेस को लेकर फिर विभागों को लेकर और अब संरक्षक मंत्रियों के पदों को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक शिवसेना के मंत्री भरत गोगावाले और संजय शिरसाट ने पहले ही रायगढ़ और छत्रपति संभाजीनगर पर दावा ठोक दिया है, वहीं बीजेपी और एनसीपी के कई नेता पहले से इन जिलों पर नजर गड़ाए हुए हैं। बता दें कि 12 जिलों का सरकार में प्रतिनिधित्व नहीं है। कई जिलों में कई मंत्री हैं, जिसकी वजह से उन पर खींचतान हो रही है।
खतरा! अगर आपको भी आया है E-Pan Card डाउनलोड करने वाला ईमेल? तो गलती से ना करें क्लिक वरना…
संरक्षक मंत्री का काम
किसी भी पार्टी का संरक्षक मंत्री जिला योजना और विकास परिषद के फंड को नियंत्रित करते हैं, जिसका उपयोग जिलों में विभिन्न विकास और सौंदर्यीकरण परियोजनाओं के लिए किया जाता है। संरक्षक मंत्री का पद बड़ा होता है, इस बात का अंजादा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में वो समारोह की अध्यक्षता भी करते हैं। संरक्षक मंत्रियों को लेकर खींचतान पर मंत्री शंभूराज देसाई ने दावा किया कि मंत्री पद, विभाग आवंटन या संरक्षक मंत्री पदों को लेकर कोई विवाद नहीं है। वहीं राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि सरकार संरक्षक मंत्री पदों को लेकर किसी भी तरह के विवाद को रोकेगी।
मुंबई को लेकर तकरार
संरक्षक मंत्री को लेकर मुंबई में ज्यादा तकरार दिख रही है। ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी के आशीष शेलार मुंबई उपनगर के संरक्षक मंत्री होंगे और मंगल प्रभात लोढ़ा मुंबई शहर के संरक्षक मंत्री होंगे। फिलहाल मुंबई से शिवसेना या एनसीपी का कोई मंत्री नहीं है। लेकिन शिवसेना मुंबई में कम से कम एक संरक्षक मंत्री रखने की इच्छुक है और वह किसी बाहरी को यह पद देने पर जोर दे सकती है, जैसा कि पिछली सरकार में किया गया था, जब सावंतवाड़ी से विधायक शिवसेना के दीपक केसरकर को मुंबई शहर के लिए चुना गया था।
किसको मिलेगी कमान
संभाजीनगर को लेकर शिरसाट ने दावा किया है कि उनकी नियुक्ति की केवल औपचारिक घोषणा बाकी है। वहीं भाजपा मंत्री अतुल सावे ने कहा, महायुति में हमारे वरिष्ठ जो भी निर्णय लेंगे, हम उसे स्वीकार करेंगे। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मुझ पर बहुत भरोसा दिखाया है। मुझे तीन विभागों की जिम्मेदारी दी गई है।