पाकिस्तान सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों के बाढ़ से प्रभावित होने के बाद बचाव एवं राहत कार्य के लिए सेना को बुलाने का फैसला किया है। गृह मंत्री राणा सनाउल्ला ने शनिवार को यह जानकारी दी क दशक से भी ज्यादा समय बाद देश में बाढ़ के हालात हुए है। तीन करोड़ तीस लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक अब तक 982 लोगों की मौत हो चुकी है और पिछले 24 घंटे में 45 लोगों की जान चली गई।

पाकिस्तान में राष्ट्रीय आपातकाल।

पाकिस्तान में बाढ़- बीरिश से मचा हाहाकार लगभग 343 बच्चे समेत 982 लोगों की मौत हो गई है और पाकिस्तान की सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल की करी घोषणा कई जगहो पर चलाया जा रहा है रैस्क्यू ऑपरेशन।

तीन करोड़ से ज्यादा लोग हुए प्रभावित।

गृह मंत्री सनाउल्ला ने कहा कि शुरुआती आंकड़ों के अनुसार इस साल बाढ़ से हुई क्षति की तुलना 2010-11 में आई बाढ़ से की जा सकती है। इस बैठक में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, जापान, कुवैत, यूएई, तुर्किये, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, जर्मनी, बहरीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, ओमान, कतर, ब्रिटेन और सऊदी अरब के राजनयिकों, राजदूतों और उच्चायुक्तों ने भाग लिया है।

देश का लगभग आधा हिस्सा डूबा।

शुक्रवार को एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया कि सबंधित प्रांतीय सरकारों मे सेना मुख्यालय के साथ सलाह करके सैनिकों की संख्या और तैनाती के क्षेत्र पर निर्णय लिया जाएगा। बाढ़ से देश बुरी तरह प्रभावित हुआ है और एनडीएमए के अनुसार, 3,161 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गए है।

कितना हुआ नुकसान।

एनडीएमए के अनुसार, 3,161 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं 149 पुल बह गए और 6,82,139 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 110 जिलों में 57 लाख से ज्यादा लोग बिना भोजन के हैं।

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