India News(इंडिया न्यूज), AIMIM: बांग्लादेश में भड़की हिंसा पर बहुत से लोग अफसोस जता रहे हैं लेकिन AIMIM दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष ने बिल्कुल अलग ही बयान दिया है जिसे सुनने के बाद हैरानी हो रही है। बता दें कि शोएब जामेई ने बांग्लादेश हिंसा को कर्म का फल बताया है। सोशल मीडिया पर तेजी से ये वीडियो वायरल हो रही है। जामेई ने मंगलवार को अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह कहते हैं कि जो नफरत बोई जाती है, वह वापस लौटती है। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।

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बांग्लादेश को लेकर दिया भड़काऊ बयान

खुद को एआईएमआईएम दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष कहने वाले डॉ शोएब जामी ने कहा कि फिलिस्तीन और रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार का मजाक उड़ाने वाले लोग आज दुखी और चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि इसे कर्म का फल मिलता है। शोएब का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

जामी ने मंगलवार को अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह कहते हैं कि जो नफरत बोई जाती है, वह वापस लौटती है. उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों में बांग्लादेश में हुई घटनाओं के बाद हमारे देश में एक गिरोह भारत का सांप्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब फिलिस्तीन में मजलूमों पर अत्याचार हो रहे थे, एक बड़ी महाशक्ति छोटे गाजा पर बमबारी कर रही थी, तब भारत के मुसलमानों और उदार लोगों ने उनका साथ दिया था, तब यही गिरोह भारत के मुसलमानों को देशद्रोही और न जाने क्या-क्या कह रहा था। इसे कर्म कहते हैं, कर्म का फल मिलता है।

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कर्म का फल- शोएब जामेई

उन्होंने कहा, “इसके बावजूद जो कुछ भी हो रहा है, वो गलत है। अब आपको वो दर्द महसूस हो रहा है न? भारत के हिंदू भाई बांग्लादेश के हिंदुओं के बारे में चिंतित हैं और होना भी चाहिए, तो भारत के मुसलमानों को रोहिंग्या मुसलमानों और फिलिस्तीन के मुसलमानों के बारे में क्यों नहीं चिंतित होना चाहिए। ये दोहरा मापदंड क्यों? जब आपके साथ ऐसा हुआ तो आप परेशान हो गए, डर गए, चिंतित हो गए, एक ट्रेंड शुरू कर दिया। फिर अगर किसी और देश में मुसलमानों पर अत्याचार होता है, तो हमें भी (समर्थन) करना चाहिए।

तो समझ लीजिए कि कर्म हमेशा आपको सिखाता है कि ये बात आपको तभी समझ आएगी जब आप दूसरों का दर्द समझेंगे। समय सबको सिखाता है कि देश की अल्पसंख्यक आबादी पर अत्याचार नहीं होना चाहिए, वरना समय आपको सिखा