India News (इंडिया न्यूज़), G-20 In Delhi, दिल्ली: भारत में जी-20 समिट 8-10 सितंबर को होने वाला है। इसके लिए मेहमानों का आगमन शुरू हो गया है। ऐसे में G20 शिखर सम्मेलन से पहले दिल्ली में तिब्बती समुदाय ने कल 8 सितंबर को चीनी सरकार के खिलाफ अपने विरोध की घोषणा की है। बता दें कि चीन के तिब्बत में कब्जे के बाद तिब्बत समुदाय अक्सर अंतराष्ट्रीय समेलन में चीन के खिलाफ प्रदर्शन करती है।

“हमारा विरोध चीनी कम्युनिस्ट सरकार के खिलाफ”

इस मामले में बताते हुए तिब्बती युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गोंपो ढुंडुप ने कहा, “हम भारत द्वारा जी20 की मेजबानी का विरोध नहीं कर रहे हैं। हमें बहुत गर्व है कि भारत, नई दिल्ली में इस प्रतिष्ठित जी20 बैठक की मेजबानी कर रहा है। लेकिन हमारा विरोध चीनी कम्युनिस्ट सरकार के खिलाफ है। चीनी सरकार ने हमारे देश पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। इस समय तिब्बत में हालात बेहद गंभीर हैं। G20 बैठक के लिए हम सभी 19 देशों को याद दिलाना चाहते हैं कि चीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। इसलिए हम कल चीनी सरकार के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन कर रहे हैं।”

पूरी दिल्ली में सुरक्षा के खास इंतजाम

वहीं जी-20 को देखते हुए पूरी दिल्ली में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए है। इसी क्रम में चार पैरों वाले K9 खोजी कुत्ते दस्ते के सदस्य बल को बम निरोधक इकाइयों के साथ महात्मा गांधी के स्मारक राजघाट पर तैनात किया गया है। राजघाट पर कई देशों के प्रतिनिधि आने वाले है।

ज़ेनॉन, मिंग, ज़ोन, ज़ोज़ो और ज़िंगर नामक छह एनएसजी डॉग स्क्वाड सदस्यों को अपने संचालकों के साथ-साथ राजघाट पर तैनता किया गया है। एनएसजी के डॉग स्क्वाड के ये विशेष रूप से प्रशिक्षित सुरक्षा सदस्य उनके अन्य सहयोगियों में से हैं, जिन्हें रणनीतिक रूप से भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) और पूसा परिसर में भी तैनात किया गया है। साथ ही जी-20 कार्यक्रम ने अन्य स्थलों पर भी तैनात किया गया है।

यह भी पढ़े-