India News (इंडिया न्यूज़), अजीत मेंदोला, नई दिल्ली: आम चुनाव में बीजेपी के बहुमत से दूर रहने के बाद संघ ने एक बार फिर अपनी सक्रियता बढ़ा दी। इससे यह संकेत मिल रहे हैं कि अब आने वाले सभी चुनाव और बीजेपी के संगठन में उसका सीधा दखल होगा। संघ प्रमुख मोहन भागवत और संघ नेता इंद्रेश कुमार की चुनाव परिणामों पर की गई टिप्पणी के बाद संघ के सफाई वाले बयानों ने बीजेपी को बड़ी राहत दी है।
बयान का गलत मतलब निकाला गया
संघ के रुख से ऐसा लग रहा है कि वह देशभर में बीजेपी की सरकारों और संगठनों को व्यवहार में बदलाव लाने को कह सकता है। संघ ने साफ किया है भागवत के बयान का गलत मतलब निकाला गया। जबकि इंद्रेश के बयान से संघ ने अपने को अलग कर लिया।
विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर
इंद्रेश कुमार ने चुनाव परिणामों पर टिप्पणी करते बीजेपी और विपक्ष दोनों पर निशाना साधा था। इसके बाद विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हो गया था। अब जो खबरें आ रही है उनके अनुसार संघ ने साफ किया है कि संघ प्रमुख के बयान सरकार पर टिप्पणी नहीं थी। भागवत ने हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों, राजनीति और राजनीतिक दलों के रवैये पर अपने विचार रखे थे। जिसका विपक्ष अपने हिसाब से मतलब निकाला रहा था।
India-Canada Relations: भारत-कनाडा संबंध पर पीएम मोदी ने दिया बड़ा बयान, जानें क्या कहा
मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात कर सकते हैं भागवत
संघ के दोनों प्रमुख नेताओं के बयानों के बाद सरकार थोड़ा परेशानी में थी। लेकिन अब संघ के रुख में आए बदलाव से सरकार को राहत मिली है। संघ प्रमुख आज कल गोरखपुर दौरे पर है। उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की खबरें हैं। ऐसे संकेत हैं कि योगी शनिवार को भागवत से मिल सकते हैं। चुनाव परिणामों के बाद संघ प्रमुख की योगी से यह पहली मुलाकात है।
दोनों की यह मुलाकात अहम
समझा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में खराब प्रदर्शन और आगे की रणनीति पर दोनों के बीच चर्चा हो सकती है। दोनों नेताओं की यह मुलाकात अहम मानी जा रही है। ऐसे संकेत हैं संघ परिणामों का अपने तरीके से भी मंथन कर रहा है। ये भी हो सकता है आने वाले दिनों में संघ प्रमुख बीजेपी के दूसरे मुख्यमंत्रियों से भी मिलें।
NEET UG Admission: इन राज्यों में 600 अंक पर भी मिलता है MBBS में एडमिशन, जानें नियम