India News (इंडिया न्यूज़) Gujarat News: आज के इस कलयुग जहां हर कोई अपनी दुनिया में मग्न है। किसी के पास दुसरे व्यक्ति के लिए समय भी नहीं है। ऐसे में माई खुर्द गांव में रहने वाले कारोबारी महेंद्र शर्मा ने पक्षियों के लिए एक महल का निर्माण करवाया है। जिसमें चार हजार पक्षियों के रहने का पूरा इंतजाम है। इस पक्षी टावर को बनाने के लिए गुजरात से 20 कारीगर आए थे। बता दें, यह पक्षी टावर भूकंप रोधी है।
पक्षियों के लिए 7 मंजिला ऊंचा घर
जानकारी के मुताबिक, कारोबारी महेंद्र शर्मा के पिता हरफूल शर्मा स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं। महेंद्र शर्मा ने परिवार के साथ मिलकर एक ऐसा महल बनाया है, जिसमें कोई इंसान नहीं बल्कि पक्षी रहेंगे। इस पक्षी टावर को 75 फीट और 7 मंजिला ऊंचा बनाया गया है। महेंद्र शर्मा ने पक्षियों के लिए इस घर को बनाकर एक मिसाल पेश किये है। गांव ने कहा, इस पक्षी टावर को बनाने में दो महीने से ज्यादा का समय लगा है। इसे 20 कारीगरों द्वारा निर्माण किया गया है। इस अनोखे पक्षी टावर में 4 हजार पक्षी अपना आशियाना बना सकते है।
पक्षी टावर की खासियत
गांव वालों का कहना है कि, इस पक्षी टावर को बनाने के लिए गुजरात के कारीगरों ने खास तरह की मिट्टी व अन्य निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया है। फ्लैटों का निर्माण इस तरह से किया गया है कि, हर मौसम में यह पक्षियों की सुरक्षा के लिए अनुकूल है। सभी पर्यावरण प्रेमी पक्षियों का जीवन बचाने के लिए इस पहल की जमकर सराहना करते नहीं थक रहे है। गांव वालों का कहना है पक्षी टावर बनने के बाद आसपास के लोग देखने के लिए पहुंच रहे हैं। गुजरात में पहले ऐसे टावर होते थे, लेकिन अब गांव में भी ऐसे पक्षी टावर बनने से पक्षियों के संरक्षण को लेकर युवाओं में जागरुकता फैलेगी। आने वाली पीढ़ी के लिए भी यह एक मिसाल सिद्ध होगा।
कारोबारी महेन्द्र शर्मा ने कही यह बात
महेंद्र शर्मा ने इस सात मंजिला पक्षी टावर को बनवाया है और इसकी अपनी एक खासियत हैं। निर्माण सामग्री और अन्य सामान गुजरात से खरीदा गया है। महेंद्र शर्मा के अनुसार यह पक्षी टावर भूकंप रोधी है और गर्मियों में ठंडा और सर्दियों में गर्म रहेगा। पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था और टावर के निचले हिस्से में कुंड बनाया गया है। महेंद्र शर्मा के अनुसार पक्षी टावर के अंदर और बाहर की ओर विशेष सामग्री का प्रयोग किया गया है। जिससे यह पक्षियों के प्रजनन के लिए अनुकूल है। पक्षी इन फ्लैटों में आराम से प्रजनन की प्रक्रिया कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि टावर के नीचे बड़ा चबूतरा बनाया गया है। जहां विशेष प्रकार की जाली लगाकर पक्षियों को दाना व पानी दिया जाता है।
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