जामनगर/गुजरात (Police have arrested a suspect Isam in this case and the police is conducting criminal proceedings and further investigation): जामनगर में कुल 26,882 छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था, जबकि राज्य भर में 7,00,000 से अधिक परीक्षार्थी के बैठने की उम्मीद थी।

जल्द ही नए सिरे से होगी परीक्षा

गुजरात में आज सुबह 11 बजे होने वाली पंचायत क्लर्क की परीक्षा का पेपर लीक हो गया। कुछ महीनों पहले यूपी, बिहार, एमपी और देश के अन्य राज्यों से भी पेपर लीक होने का मामला सामने आ चुका है। पिछले साल हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में भी केजरीवाल ने पर्चा फूटने के विरोध में आवाज उठाई थी। ताजा मामला गुजरात का है जहां गुजरात पंचायत जूनियर क्लर्क की परीक्षा का पेपर आज परीक्षा होने से पहले लीक हो गया जिसके बाद इस परीक्षा को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। पुलिस को मिली सूचना के आधार पर एक संदिग्ध इसम को गिरफ्तार किया गया है और उसके पास से उक्त परीक्षा के प्रश्नपत्र की एक प्रति भी बरामद की गयी। पुलिस आपराधिक कार्रवाई और आगे की जांच कर रही है।

बोर्ड के अनुसार जल्द ही नए सिरे से ये परीक्षा फिर से आयोजित की जाएगी। बोर्ड ने कहा “उम्मीदवारों के व्यापक हित में, बोर्ड द्वारा दिनांक 29-01-2023 को प्रातः 11-00 बजे आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षा को ‘स्थगित’ करने का निर्णय लिया गया है, जिस पर सभी अभ्यर्थियों से अनुरोध है कि वे इस पर ध्यान दें। प्रत्येक उम्मीदवार को उपरोक्त कारणों से परीक्षा केंद्र पर न जाने की सलाह दी जाती है। बोर्ड ने कहा कि सदर परीक्षा जल्द से जल्द नए सिरे से आयोजित की जाएगी, जिसकी तारीख बोर्ड द्वारा जल्द ही घोषित की जाएगी।”

7 लाख परीक्षार्थी प्रभावित

विशेष रूप से, जामनगर में कुल 26,882 छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था, जबकि राज्य भर में 7,00,000 से अधिक परीक्षार्थी के बैठने की उम्मीद थी। परीक्षा देने जामनगर केंद्र पहुंचे छात्रों और उनके अभिभावकों ने दोषियों के खिलाफ सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए निराशा और गुस्सा जाहिर किया है। हालांकि, परीक्षा के लिए 9.50 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था। इस परीक्षा के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय ने सूचित किया था कि  उम्मीदवारों के लिए जीएसआरटीसी बसों में मुफ्त वापसी यात्रा की सुविधा दी जाएगी।

पूर्व में देश के अन्य राज्यों से शिक्षक भर्ती, सेना भर्ती, क्लर्क भर्ती, पटवारी और अन्य राज्य या केंद्र के सरकारी परीक्षा के पेपर लीक हो चुके हैं। छात्र पेपर लीक के मामले में  सरकार और प्रशासन से लगातार गुहार लगाते है लेकिन प्रशासन कार्यवाई के नाम सिर्फ आश्वासन या फिर ज्यादा से ज्यादा बुलडोजर चलाता है जिसकी वजह से देश के किसी अन्य राज्यों में फिर से सरकारी परीक्षा के पेपर लीक हो जाते है। यह सिर्फ एक पेपर लीक होने कि सामान्य घटना नहीं है बल्कि देश के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।