India News (इंडिया न्यूज़), Gyanvapi ASI Survey, वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर का सर्व पिछले तीन दिन से जारी है। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया परिसर में हिंदू चिन्हों का पता लगाने में जुटा है। पहले और दूसरे दिन के सर्वे में टीम ने हिंदू धर्म के जुड़े चिन्हों को इकट्ठा करके एक जगह स्टोर कर लिया। सर्वे में जीपीआर तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
हिंदू पक्ष के वकील के अनुसार, ASI की टीम ने दूसरे दिन मस्जिद परिसर के केंद्रीय गुंबद के हॉल का सर्वे किया और उस जगह की फोटोग्राफी और मैपिंग की। साथ ही सर्वे टीम ने व्यास परिवार के कब्जे वाले तहखाने का भी सर्वे किया। तहखाने को लेकर हिंदू पक्ष ने दावा किया की वहां 4 फीट की मूर्ति मिली।
जानकारी के अनुसार, मूर्ति पर कुछ कलाकृतियां हैं। इसके अलावा 2 फीट का त्रिशूल और 5 कलश भी मिलने का दावा किया गया। तहखाने की दीवारों पर कमल के निशान मिलने का दावा भी किया गया। पश्चिमी दीवार पर आधी पशु और आधी देवता की मूर्ति दिखने का दावा भी किया गया। साथ ही तहखाने में भी टूटी-फूटी मूर्तियां और खंभे दिखाई देने का दावा भी है।
4 अगस्त को जुमे की नमाज की वजह से सर्वे सिर्फ 5 घंटे ही हुआ था। सुबह 7 बजे सर्वे शुरू हुआ और 12 बजे बंद कर दिया गया। पहले दिन पेपर वर्क ही किया गया। डिजाइन तैयार किया और दीवारों एवं आसपास के क्षेत्र से साक्ष्य इकट्टा किए। तीनों गुंबदों के नीचे और तहखानों के सर्वे की रूपरेखा तैयार की गई। हिंदू स्मृति चिन्हों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की गई।
एएसआई की 51 सदस्यों की टीम सर्वे करने का काम कर रही है। इसके अलावा 16 लोगों को सर्वे में शामिल होने की इजाजत है। इसमें 9 लोग मुस्लिम पक्ष के और 7 लोग हिंदू पक्ष के हैं। सर्वे के पहले दिन मुस्लिम पक्ष शामिल नहीं हुआ लेकिन दूसरे दिन के सर्वे में 5 लोग थे। 3 अगस्त को इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर की बेंच ने सर्वे की इजाजत दी थी। इसपर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया गया।
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