India News (इंडिया न्यूज़), Gyanvapi: स्वामी प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि ये मामला अभी विचााराधीन है। किसी भी जिम्मेदार नेता को, मुख्यमंत्री को, मामले के लंबित होने के दौरान ये बात नहीं रखनी चाहिए। ज्ञानवापी मस्जिद है, इसलिए ही ये मामला न्यायलय में गया है। अगर ऐसा नहीं होता तो ये मामला अदालत में जाता ही नहीं। जब तक न्यायालय का कोई निर्णय नहीं आ जाता तब तक ज्ञानवापी मस्जिद है। माननीय मुख्यमंत्री जी न्यायपालिका से बड़े नहीं हैं। थोडा इंतजार करना चाहिए। जब तक मामला लंबित है, सब कुछ उच्च न्यायालय के निर्णय पर छोड़ देना चाहिए।
क्या कहा सीएम योगी अदित्यनाथ ने
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में ANI की एडिटर स्मिता प्रकाश की तरफ से ज्ञानवापी मस्जिद पर पुछे गए सवाल के जवाब में सीएम Yogi Adityanath ने कहा, “मुझे लगता है कि भगवान ने जिसको दृष्टि दी है वो देखे न त्रिशूल मस्जिद के अन्दर क्या कर रहा है, हमने तो नहीं रखे हैं न, ज्योतिर्लिंग है, देव प्रतिमाएं हैं।”
दीवारें बोल रही
उन्होंने आगे कहा, “पूरी दीवारे चिल्ला-चिल्लाकर क्या कह रही हैं और मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए कि साहब ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो।”
यह भी पढ़े-
- 2019 से 2021 के बीच 13.13 लाख लड़कियां और महिलाएं देश में लापता, सरकार ने संसद में बताया
- बिग बॉस फेम अर्शी खान ने CM योगी से लगाई मदद की गुहार, बोली- अभिषेक ने मेरा इस्तोमाल किया , फिर मुझे …