India News (इंडिया न्यूज), Haryana Assembly Elections: इस वक्त देश में चुनावी माहौल है। लोकसभा चुनाव 2024 में जो नतीजे आए उसने कई पार्टियों को चौंका दिया। जो जीत का दम भर रहे थे वह भी हर का लड्डू खाते हुए नजर आए। जिन्हें उम्मीद नहीं थी जीतने की उन्होंने भी कमाल कर दिया। कुछ ऐसा ही रहा मिला-जुला यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन में आए सपा का। सपा प्रमुख अखिलेश यादव यूपी से बाहर अब खुद का और अपनी पार्टी को मजबूत कर राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान बनाना चाहते हैं। लेकिन राहुल गांधी की पार्टी ने उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स रहती है कि सपा ने कांग्रेस अलग कमान से इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव में तीन से चार सीटों की डिमांड रखी है।

मांग को खारिज

साप इंडिया एलायंस के बैनर तले कांग्रेस के साथ कदम से कदम मिलाकर हरियाणा में चुनाव लड़ना चाहती है। दक्षिण हरियाणा की मुस्लिम और यादव बहुत सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतार कर जीत हासिल करना चाहती है। लेकिन अक्सर जैसा हम सोचते हैं वैसा होता नहीं है खैर यह तो राजनीति है और यहां पर कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व ने सपा के इस मांग को खारिज कर दिया।

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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने क्या कहा?

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने यह साफ कर दिया कि ना तो आम आदमी पार्टी और ना ही इंडिया गठबंधन के किसी अन्य दल से राज्य में समझौता करने के मूड में पार्टी है। कांग्रेस अपने दम पर यहां सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी भी और जीतेगीभी। बुद्ध आगे कहते हैं कि सभी 90 सीटों पर पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर प्रतिशत कम हुआ था। और कांग्रेस के मध्य प्रतिशत में इजाफा। इतना ही नहीं कांग्रेस ने 5 सिटें अपने नाम की थी। वहीं अगर आप साल 2019 के लोकसभा चुनाव में चले तो उसे करारी हार का सामना करनापड़ा था। हुड्डा की मानी तो राज्य में कांग्रेस के पक्ष मैं एक लहर दौड़ रही है। राहुल गांधी और हमारी पार्टी को पूरा यकीन है कि हम अपने बलबूते पर यहां सभी सीटों पर जीत हासिल करेंगे।

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