India News (इंडिया न्यूज), Haryana Politics: हरियाणा की बीजेपी इकाई के नेता बीरेंद्र सिंह ने अपनी पार्टी को JJP से अलायंस को लेकर अल्टिमेटम  दिया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि यदि बीजेपी- JJP गठबंधन जारी रहा तो वह पार्टी छोड़ देंगे। इसके अलावा उन्होंने जननायक जनता पार्टी (JJP) पर राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया है।

बीरेंद्र सिंह जींद में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अगर बीजेपी सोचती है कि JJP अगले साल के चुनाव में गठबंधन के वोट ले सकती है, तो वे गलत हैं। उन्होंने कहा कि, ”JJP को अपने वोट भी नहीं मिलने वाले हैं।” बीरेंद्र सिंह ने पार्टी को नसीहत देते हुए कहा कि बीजेपी को 2024 का लोकसभा और विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ना चाहिए।

बता दें कि  साल 2019 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी के बहुमत से दूर रहने के बाद अजय सिंह चौटाला के नेतृत्व वाली पार्टी ने इसे समर्थन दिया था। हालांकि, हाल के हफ्तों में, JJP और बीजेपी दोनों ने कहा है कि वे सभी 10 लोकसभा और 90 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। दोनों दलों ने संबंधों को जारी रखने पर कोई कमिटमेंट नहीं किया है।

‘बीजेपी-JJP का गठबंधन जारी रहा तो बीरेंद्र सिंह नहीं रहेगा’

बीजेपी नेता बीरेंद्र सिंह ने आगे कहा कि हरियाणा में बीजेपी-JJP का गठबंधन जारी रहा तो बीरेंद्र सिंह नहीं रहेगा, ये बात साफ है।” भष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘JJP के एक बड़े नेता ने लोगों को इतना बड़ा धोखा दिया है, जितना हरियाणा के किसी अन्य नेता ने नहीं दिया।’

उन्होंने कहा, “वह ‘मेरी आवाज सुनो’ नाम की रैली को संबोधित कर रहे थे जिसका आयोजन एक ‘गैर-राजनीतिक कार्यक्रम’ के रूप में सिंह के समर्थकों ने किया। कांग्रेस के साथ अपने पिछले जुड़ाव के बारे में उन्होंने कहा, ‘मैं 42 साल तक उस पार्टी में था और समर्पण के साथ काम किया। कांग्रेस ने मुझे पूरा सम्मान दिया और मुझे राजीव गांधी तथा सोनिया गांधी का समर्थन एवं विश्वास मिला।’

मन की बात करना मेरा स्वभाव- बीरेंद्र सिंह

उन्होंने कहा आगे कहा कि हर कोई जानता है कि मैंने कांग्रेस क्यों छोड़ी। मुझे एक पत्र मिला कि मुझे संप्रग-2 के दौरान केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है और मेरे 6 हजार समर्थक मेरे दिल्ली आवास पर इक्ट्ठा हुए थे। शपथ लेने से ठीक चार घंटे पहले, निर्णय बदल दिया गया।’’

बीरेंद्र सिंह ने कहा, ‘यह मंत्री पद न दिए जाने के बारे में नहीं था, लेकिन जब आपको शामिल किए जाने के बारे में एक पत्र मिलता है और यह सार्वजनिक होता है तथा उसके बाद निर्णय बदल दिया जाता है, तो इससे मुझे दुख होता है।’

उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें बीजेपी से बहुत सम्मान मिला है और वो पार्टी की आलोचना नहीं कर रहे। बीजेपी नेता ने कहा, ”लेकिन बीरेंद्र सिंह हमेशा अपने मन की बात कहता है और यही मेरा स्वभाव है।”

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