India News (इंडिया न्यूज़),  Hathras Satsang Stampede:  हाथरस जिले के एक गांव में मंगलवार को धार्मिक समागम में मची भगदड़ में कम से कम 90 लोगों की मौत और कई अन्य के घायल होने के बाद यूपी सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं।

सत्संग में हुई घटना

एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना पुलराई गांव में आयोजित ‘सत्संग’ में हुई। हाथरस के जिला मजिस्ट्रेट ने अपने जिले में 50 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि की है, वहीं एटा के अधिकारियों ने बताया कि वहां के अस्पतालों से 23 महिलाओं और तीन बच्चों सहित 27 अन्य लोगों की मौत की सूचना मिली है।

आयुक्त टीम करेगी घटना की जांच

अधिकारियों के अनुसार, आगरा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और अलीगढ़ के संभागीय आयुक्त की एक टीम घटना की जांच करेगी। अधिकारियों के अनुसार, इस आयोजन के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए थे। धार्मिक समागम में मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद और एटा से 50,000 से अधिक लोग आए थे।

कैसे हुआ हादसा?

हाथरस-एटा सीमा के पास रतिभान पुर में संत भोले बाबा का प्रवचन सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए थे। सत्संग का आयोजन मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम समिति द्वारा किया जा रहा था। सिकंदरा राव थाने के एसएचओ आशीष कुमार ने बताया कि भगदड़ की वजह भीड़भाड़ होना है।

सूत्रों ने बताया कि भगदड़ जैसी स्थिति पंडाल में भीषण उमस और गर्मी के कारण हुई। इसके अलावा पुलिस प्रशासन और एंबुलेंस को मौके पर पहुंचने में काफी देरी हुई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सत्संग समाप्त होने के बाद लोग संकरे रास्ते से बाहर निकलने लगे। जैसे ही लोग मैदान की ओर निकलने लगे, अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ मच गई।

एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कार्यक्रम स्थल के बाहर सड़क काफी ऊंचाई पर बनी हुई थी और नीचे नाला था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हंगामे के कारण लोग उसमें गिरने लगे और कुछ लोग कुचल गए।

मृतकों की संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि घायलों को नजदीकी जिलों के अस्पतालों में भेजा गया है।

शोक संवेदनाओं का लगा तांता

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

सीएम योगी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि “हाथरस जिले में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में लोगों की मृत्यु अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाने और घायलों को समुचित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं,” ।

“एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है और दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए गए हैं। मैं भगवान श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।” मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण श्रीवास्तव ने कहा, “मेडिकल कॉलेज को अलर्ट पर रखा गया है…मेडिकल कॉलेज की टीमें अलर्ट मोड पर हैं। फोरेंसिक विशेषज्ञों की भी व्यवस्था की गई है…पांच एंबुलेंस भेजी गई हैं…सभी संसाधन मुहैया कराए जाएंगे…घायलों का समय पर इलाज सुनिश्चित करने के लिए सभी निजी अस्पतालों को भी अलर्ट कर दिया गया है।”