इंडिया न्यूज, नासिक, (Heavy Rain In Nashik) : नासिक में भारी बारिश के कारण झरने के पास फंसे 22 पर्यटकों को बचा लिया गया, जबकि एक पर्यटक लापता है। यह जानकारी स्थानीय पुलिस ने दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पर्यटक की तलाश की जा रही है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के नासिक जिले के त्र्यंबकेश्वर तालुका क्षेत्र में रविवार शाम को ये सभी पर्यटक दुगरा नदी के पास प्रसिद्ध दुगरवाड़ी जलप्रपात देखने के लिए गए हुए थे।

स्थानीय लोगों ने जलप्रपात के जलस्तर बढ़ने की दी थी चेतावनी

त्र्यंबकेश्वर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने पर्यटकों को लगातार हो रही बारिश से जलप्रपात का जलस्तर बढ़ने की चेतावनी दी थी। लेकिन पर्यटकों ने स्थानीय लोगों के बातों को नजरअंदाज कर दिया और झरने को देखने के लिए एक घाटी में चले गए। दूसरी ओर भारी बारिश और क्षेत्र में जलस्तर बढ़ने और अंधेरा होने के कारण पर्यटक वहां से लौट नहीं सके। इसके साथ ही इलाके में मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी खराब होने के कारण पर्यटक मदद मांगने के लिए किसी से संपर्क नहीं कर सके और कुछ पर्यटक मदद के लिए चिल्लाने लगे।

स्थानीय लोगों ने फंसे हुए पर्यटकों की जानकारी वन विभाग को दी

वहीं, जलप्रपात देखने गए चार से पांच स्थानीय लोग इस बीच लौट आए और अन्य स्थानीय लोगों को फंसे हुए पर्यटकों के बारे में बताया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पर्यटकों द्वारा मदद की गुहार सुनने के बाद आसपास के गांवों के कुछ लोगों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी और स्वयं भी उनकी मदद के लिए झरने पर गए। इसके बाद वन अधिकारियों ने इसकी सूचना जिला आपदा प्रबंधन विभाग और त्र्यंबकेश्वर पुलिस को दी।

सूचना मिलने पर बचाव दल मौके पर पहुंची

मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस, पर्वतारोहियों, वन एवं आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मचारियों की एक टीम मौके पर पहुंची और रविवार देर रात बचाव अभियान शुरू किया। इस अभियान के दौरान रविवार रात करीब डेढ़ बजे 23 में से 22 पर्यटकों को बचा लिया गया। जबकि बीड जिले के रहने वाले अविनाश गरड को लापता पाया गया। पुलिस लापता पर्यटक की तलाश कर रही है।

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