• महामहिम द्रौपदी मुर्मू को सपोर्ट करने के लिए किसान कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर त्यागी ने किया था आह्वान

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (Her Excellency Draupadi Murmu)। महामहिम द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनने पर किसान कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर त्यागी ने बधाई दी है। उन्होंने राष्ट्रपति भवन के विजय चौक पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई देने के साथ ही एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जगदीप धनखड को बनाएं जाने पर खुशी जाहिर की।

उन्होंने कहा कि एक ओर जहां महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म आदिवासी हैं वहीं दूसरी ओर जगदीप धनखड़ एक किसान के पुत्र हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सामने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ऐसे उम्मीदवार घोषित किया जो स्वतंत्र भारत में किसी ने कल्पना ही नहीं किया था।

पीएम मोदी आदिवासी समाज को अब तक का सबसे बड़ा दिया है सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी समाज को अब तक का सबसे बड़ा सम्मान दिया है। आज भाजपा की प्रखर नीतियों की वजह से गरीब आदिवासी महिला को भारत के सबसे बड़े संवैधानिक पद पर आसीन होने का अवसर प्राप्त हुआ है। प्रधानमंत्री की नीति स्पष्ट दिखाई देती है कि वह आदिवासियों दलितों, गरीबों, शोषितों, वंचितों, जरूरतमंदों, पिछड़ी जातियों को देश की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रयासरत है।

उनके इस प्रयास से भारत में सामाजिक न्याय और समरसता की मूल भावना को बल मिल रहा है। त्यागी ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सामाजिक न्याय और समरसता की हमेशा वकालत करते थे और उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों को इसका अधिकार भी दिया है। लेकिन उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह आदिवासी महिला को देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने का अवसर दिया है। वह अपने आप में अभूतपूर्व है।

कांग्रेस कभी आदिवासियों और दलितों को आगे बढ़ने नहीं दिया

उन्होंने कहा कि कांग्रेस आदिवासियों और दलितों के नाम पर सत्ता में आती रही और सत्ता का सुख स्वयं भोगती रही, लेकिन उसने आदिवासियों और दलितों को आगे बढ़ने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीयत आदिवासियों और दलितों के अधिकारों और सम्मान को लेकर नहीं है बल्कि उनका राजनीतिकरण कर केंद्र और राज्य की सत्ता प्राप्त करना मुख्य उद्देश्य रहा है। कांगे्रस का गत 70 वर्षों का यह स्पष्ट नीति रहा है कि उसने कभी भी राष्ट्रपति पद जैसे सर्वोच्च पद पर किसी भी आदिवासी और दलित को आसीन नहीं होने दिया।

कांग्रेस के कथनी करनी में है काफी अंतर

इससे साफ पता चलता है कि कांग्रेस की कथनी और करनी में काफी अंतर है। कांगे्रस आदिवासी और दलित विरोधी रही है। त्यागी ने जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाएं जाने पर कहा कि वह एक किसान के बेटे हैं। वह किसानों के हालात और उनकी समस्याओं को भली-भांति जानते हैं। इसलिए किसानों के विकास को लेकर उनकी दूरदृष्टि भारत के किसानों को मजबूत बनाने में निश्चित रूप से काम करेगी।

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