India News,(इंडिया न्यूज), Himachal: हिमाचल में बीते दिनों लगातार मॉनसूनी बारिश के चलते स्थानिय लोगों का जीवन अस्त-वयस्त रहा। सबसे ज्यादा नुकसान हिमाचल के जिले मंड़ी और कुल्लू का रहा। मंड़ी में व्यास नदी अपने उफान में बह रही है जिसके कारण नदियों के आस-पास बाढ़़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।

सुरक्षा कर्मचारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बसे लोगों के राहत शिविर में पहुंचाया। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राहत शिविर, गुरुद्वारा साहिब गुरु गोबिंद सिंह का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी कि बारिश औऱ बाढ़ से अब तक 4000 करोड़ का नुकसान हो चुका है। उन्होंने कहा, “कुल्लु-मनाली में हमने बिजली, पानी और मोबाइल कनेक्टिविटी की सप्लाई अस्थायी रूप से शुरू कर दी है। अभी तक 4000 करोड़ का नुकसान हुआ है। हमारी सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही हैं।”

 

प्रदेश के कई इलाकों में अभी भी स्थिति स्थिर नहीं है। जिला लाहौल-स्पीति फंसे हुए लोगों को बचाया गया और राहत बचाव अभियान जारी है। वहीं, लाहौल-स्पीति में फंसे हुए पर्यटकों के रेस्क्यू के लिए चंद्रताल की ओर जाने वाली सड़क से बर्फ हटाने का काम जारी है।

सरकार ने जारी किया संशोधित शेडयूल जारी

हिमाचल प्रदेश सरकार ने कठिन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, विद्यार्थियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबध्द सरकारी, निजी स्कूलों में मानसून अवकाश 10 जुलाई से शुरु कर दी गयी है।

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